मुझे गोपालगंज जिला प्रशासन के जांच रिपोर्ट पर कोई भरोसा
नहीं है. मुझे इंसाफ दिलाइये. मेरे गंगा जैसे पवित्र पति की हत्या
की जाँच सीबीआई से कराइए. ये बाते हर किसी मिलने वालो से
बीजेपी नेता कृष्णा शाही की पत्नी शांता शाही कर रही है.
शांता शाही कहती है उन्हें किसी पर भरोसा नहीं है. सिर्फ
मीडिया पर ही भरोसा है. उनके पति की मौत की जाँच होनी
चाहिए. क्योकि उनके परिवार को जदयू विधायक अमरेन्द्र कुमार
पाण्डेय उर्फ़ पप्पू पाण्डेय उनके भाई सतीश पाण्डेय और भतीजा
मुकेश पाण्डेय से खतरा है.
दरअसल बीते 19 जुलाई बुधवार को बीजेपी के व्यावसायिक सेल के
प्रदेश प्रभारी कृष्णा शाही की हत्या कर उनके शव को
फुलवरिया के मांझा गाव के कुए में फेक दिया गया था. इस घटना के
बाद आक्रोशित लोगो ने आरोपी के घर पर जमकर तोड़फोड़ की
और बवाल किया. जबकि इस घटना के महज 24 घंटे के अन्दर
गोपालगंज के एसपी रविरंजन कुमार ने मामले का खुलासा कर लेने
का दावा किया और कृष्णा शाही की हत्या का मुख्य आरोपी
आदित्य राय को गिरफतार कर लिया. गिरफ्तार हत्यारा
आदित्य राय के मुताबिक उसकी बहन से बीजेपी नेता का अवैध
सम्बन्ध था और इसी अवैध सम्बन्ध की वजह से उसने कृष्णा शाही के
खाने में जहर मिलकर उनकी हत्या कर दी. और शव को कुए में फेक
दिया गया.
लेकिन हत्या काण्ड के खुलासे के द्दो दिन बाद आज शनिवार को
शांता शाही ने मीडिया को बताया की उनके पेट में 8 माह का
बच्चा है. बावजूद इसके उनके पति की हत्या कर गन्दा खेल खेला
जा रहा है. उनके पति की लाश पर राजनीती की जा रही है.
शांता शाही ने कहा की पप्पू पाण्डेय जदयू के दबंग विधायक है.
इसलिए प्रशासन प्राथमिकी में नामजद होने के बावजूद उनके
खिलाफ करवाई करना तो दूर उनका नाम लेने से भी कतरा रहा है.
इसलिए उनके पति की हत्या की जांच सीबीआई से करायी जाए.
शांता शाही ने बीजेपी नेताओ पर भी जमकर हमला बोला.
उन्होंने कहा की पार्टी को जब जरुरत थी तब वे पार्टी के प्रति
वफादार रहे. लेकिन उनकी मौत के बाद एक भी पार्टी के नेता उनसे
मिलने नहीं आये और न ही दुःख की इस घडी में पीड़ित परिजनों
का हाल जाना.
मृतक बीजेपी नेता कृष्णा शाही के भाई उमेश शाही ने जदयू
विधायक पप्पू पाण्डेय पर केस उठा लेने और जान से मारने की
धमकी देने का आरोप लगाया है. उमेश शाही ने कहा की इस हत्या
के बाद भी परिजनों को कोई सुरक्षा नहीं दी गयी है. इसलिए
उनलोगों की भी जान को खतरा है.
गौरतलब है की कृष्णा शाही की पत्नी शांता शाही चैनपुर
पंचायत की मुखिया है. और कृष्णा शाही को एक बेटी और एक
बेटा है. जबकि उनकी पत्नी 8 माह से प्रेग्नेंट है.
नहीं है. मुझे इंसाफ दिलाइये. मेरे गंगा जैसे पवित्र पति की हत्या
की जाँच सीबीआई से कराइए. ये बाते हर किसी मिलने वालो से
बीजेपी नेता कृष्णा शाही की पत्नी शांता शाही कर रही है.
शांता शाही कहती है उन्हें किसी पर भरोसा नहीं है. सिर्फ
मीडिया पर ही भरोसा है. उनके पति की मौत की जाँच होनी
चाहिए. क्योकि उनके परिवार को जदयू विधायक अमरेन्द्र कुमार
पाण्डेय उर्फ़ पप्पू पाण्डेय उनके भाई सतीश पाण्डेय और भतीजा
मुकेश पाण्डेय से खतरा है.
दरअसल बीते 19 जुलाई बुधवार को बीजेपी के व्यावसायिक सेल के
प्रदेश प्रभारी कृष्णा शाही की हत्या कर उनके शव को
फुलवरिया के मांझा गाव के कुए में फेक दिया गया था. इस घटना के
बाद आक्रोशित लोगो ने आरोपी के घर पर जमकर तोड़फोड़ की
और बवाल किया. जबकि इस घटना के महज 24 घंटे के अन्दर
गोपालगंज के एसपी रविरंजन कुमार ने मामले का खुलासा कर लेने
का दावा किया और कृष्णा शाही की हत्या का मुख्य आरोपी
आदित्य राय को गिरफतार कर लिया. गिरफ्तार हत्यारा
आदित्य राय के मुताबिक उसकी बहन से बीजेपी नेता का अवैध
सम्बन्ध था और इसी अवैध सम्बन्ध की वजह से उसने कृष्णा शाही के
खाने में जहर मिलकर उनकी हत्या कर दी. और शव को कुए में फेक
दिया गया.
लेकिन हत्या काण्ड के खुलासे के द्दो दिन बाद आज शनिवार को
शांता शाही ने मीडिया को बताया की उनके पेट में 8 माह का
बच्चा है. बावजूद इसके उनके पति की हत्या कर गन्दा खेल खेला
जा रहा है. उनके पति की लाश पर राजनीती की जा रही है.
शांता शाही ने कहा की पप्पू पाण्डेय जदयू के दबंग विधायक है.
इसलिए प्रशासन प्राथमिकी में नामजद होने के बावजूद उनके
खिलाफ करवाई करना तो दूर उनका नाम लेने से भी कतरा रहा है.
इसलिए उनके पति की हत्या की जांच सीबीआई से करायी जाए.
शांता शाही ने बीजेपी नेताओ पर भी जमकर हमला बोला.
उन्होंने कहा की पार्टी को जब जरुरत थी तब वे पार्टी के प्रति
वफादार रहे. लेकिन उनकी मौत के बाद एक भी पार्टी के नेता उनसे
मिलने नहीं आये और न ही दुःख की इस घडी में पीड़ित परिजनों
का हाल जाना.
मृतक बीजेपी नेता कृष्णा शाही के भाई उमेश शाही ने जदयू
विधायक पप्पू पाण्डेय पर केस उठा लेने और जान से मारने की
धमकी देने का आरोप लगाया है. उमेश शाही ने कहा की इस हत्या
के बाद भी परिजनों को कोई सुरक्षा नहीं दी गयी है. इसलिए
उनलोगों की भी जान को खतरा है.
गौरतलब है की कृष्णा शाही की पत्नी शांता शाही चैनपुर
पंचायत की मुखिया है. और कृष्णा शाही को एक बेटी और एक
बेटा है. जबकि उनकी पत्नी 8 माह से प्रेग्नेंट है.