भाजपा के व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी कृष्णा शाही की जहर देकर हत्या के बाद शुक्रवार शहर के स्थित भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने शोक सभा आयोजित कर मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई शोकसभा में वक्ताओं ने कहा कि कृष्णा शाही भाजपा के नेता थे। पूरी पार्टी उनके परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कृष्णा शाही हत्याकांड पर पर्दा डाल रही है। कृष्णा शाही की हत्या पूरी प्ला¨नग के साथ रणनीति बना कर की गई है। इस हत्या की साजिश में एक से अधिक लोग शामिल हैं। पुलिस ने जो बयान जारी किया है, उससे भाजपा संतुष्ट नहीं है। पुलिस या तो जानबूझ कर तथ्यों को छुपा रही है या फिर घटना पर पर्दा डालने की कोशिश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रशासन पर दबाव बनाएगी कि घटना की सही जांच की जाए। जब तक पुलिस एक एक पहलू व लगाए गए आरोपों की जांच नहीं कर लेती तथा घटना में शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तार नहीं कर लेती, तब तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी। इस हत्याकांड में दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो भाजपा सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी। शोकसभा में ब्रहमानंद राय, अमरेश राय, संदीप गिरी, चितलाल प्रसाद, उमेश प्रधान, राजू चौबे, रामाज्ञा यादव, चंद्रमोहन पाण्डेय, सोनू राय, वीरबहादूर राय, मनीष गुप्ता, अवधेश श्रीवास्तव, अभिषेक परासर, दीपक सिंह, अजीत कुवंर सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
आदित्य के मोबाइल फोन का कॉल डिटेल्स खंगाल रही पुलिस
भाजपा नेता कृष्णा शाही की जहर देकर हत्या करने के बाद अब इस हत्याकांड में आरोपित आदित्य राय के मोबाइल फोन का कॉल डिटेल्स पुलिस खंगाल रही है। कृष्णा शाही के हत्या के बाद बसवरिया मांझा गांव से आदित्य राय को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसका तथा उसके घर में मिले अन्य मोबाइल फोन को जब्त कर लिया था। आरोपित को जेल भेजने के बाद पुलिस अब इस हत्याकांड के हर बिंदुओं की बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुट गई है। सूत्र बताते हैं कि आदित्य राय के दादा बाबूलाल राय के श्राद्ध कर्म में शामिल होने बसवरिया मांझा गांव पहुंचे कृष्णा शाही से आदित्य राय ने उस दिन मोबाइल पर बात की थी कि नहीं। अगर बात की थी तो कब-कब दोनों के बीच बात हुई थी तथा कॉल किसने किया था। सूत्र बताते हैं कि पुलिस को इस बात की भी आशंका है कि दिन में श्राद्ध कर्म में शामिल होने के बाद अपने घर लौट गए कृष्णा शाही को साजिश के तहत फिर कॉल कर रात में तो बुलाया नहीं गया था। हालांकि आदित्य ने अपने बयान में पुलिस को बताया था कि घर लौटने के बाद कृष्णा शाही ने उनकी बहन को फोन कर रात में आने की बात कही थी। अपनी बहन के साथ कृष्णा शाही की बात सुनने के बाद ही आदित्य ने उनकी जहर देखकर हत्या करने की योजना बनाई थी। सूत्र बताते हैं कि आरोपित आदित्य के बयान के बाद अब पुलिस कॉल डिटेल्स खंगाल कर यह पता लगा रही है कि कहीं कृष्णा शाही को खुद फोन कर तो बुलाया नहीं गया था। आदित्य के अलावे उसे घर में मिले अन्य मोबाइल फोन का भी कॉल डिटेल्स से आधार पर आदित्य के दिए गए बयान की सत्यता का पुलिस पता लगा रही है।
कृष्णा शाही के मोबाइल फोन को लेकर संशय बरकरार
पुलिस ने आरोपित आदित्य राय तथा उसके घर पर मिले मोबाइल फोन को जब्त कर उसका कॉल डिटेल्स तो खंगाल रही है। लेकिन भाजपा नेता कृष्णा शाही का मोबाइल फोन का क्या हुआ इसके बारे में अब तक संशय बना हुआ है। सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तारी के बाद आदित्य राय ने पुलिस को बताया था कि कृष्णा शाही ने उसकी बहन को फोन कर रात में घर आने की बात कही थी। ऐसे में यह कैसे हो सकता है कि जब दुबारा कृष्णा शाही आदित्य के घर गए थे तब अपना मोबाइल फोन लेकर नहीं गए होंगे। सूत्रों की मांगे तो कृष्णा शाही का मोबाइल फोन कुएं में पड़े उनके शव के पास या कपड़े से बरामद नहीं हुआ था। ऐसे में अब यह सवाल उठने लगे है कि कहीं कृष्णा शाही के खाने में कीटनाशक मिलने के बाद उनका मोबाइल फोन भी तो लेकर कहीं छिपा तो नहीं दिया है। ताकि उनके फोन के कॉल डिटेल्स से कुछ राज खुल नहीं सके। साजिश के शिकार बने भाजपा नेता का मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किया है कि नहीं अभी इसको लेकर पुलिस भी कुछ बताने से बच रही है। ऐसे मे कृष्णा शाही के मोबाइल फोन को लेकर रहस्य गहराता जा रहा है।