फुलवरिया के बसवरिया मांझा गांव निवासी स्वर्गीय बाबू लाल राय के श्राद्ध कर्म में शामिल होने के बाद भाजपा नेता कृष्णा शाही सूबे की राजधानी पटना जाने वाले थे। बुधवार को पटना में रह रहे इनके बेटे का जन्मदिन था। बेटे के जन्म दिन को देखते हुए कृष्णा शाही की पत्नी चैनपुर पंचायत की मुखिया शांता शाही पहले की पटना चली गई थी। पत्नी तथा बेटा कृष्णा शाही के पटना आने का इंतजार कर रहे थे। तभी उन्हें अपने परिवार के सदस्यों से फोन पर जानकारी मिली कि श्राद्ध कर्म में शामिल होने गए कृष्णा शाही लापता हो गए हैं। परिजनों ने उनका अपहरण कर लेने की भी संभावना जताई थी। इसके बाद शांता शाही की दिल की धड़कनें तेज हो गई। किसी अनहोनी की आशंका से घबड़ाकर वे अपने पति कृष्णा शाही के मोबाइल फोन पर संपर्क करने लगीं। लेकिन उनका फोन स्वीच ऑफ मिला। शांता शाही अपने पति के फोन पर बार बार कॉल करती रहीं कि शायद उनका कॉल लग जाए। लेकिन इसी बीच बुधवार की दोपहर बाद उन्हें जानकारी मिली कि उनके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे। इसके बाद वे फफक फफक कर रो पड़ीं।
बताया जाता है कि कृष्णा शाही ने पटना में भी किराये का मकान ले रखा था। वहां उनके बच्चे रहते थे। बुधवार को इनके बेटे का जन्मदिन था। बेटे का बर्थ डे पार्टी मनाने की तैयारी को लेकर कृष्णा शाही की पत्नी पटना चली गई थी। मुखिया शांता शाही ने फोन पर बताया कि उनके पति भी बुधवार को पटना आने वाले थे। वे बुधवार को उनके पटना आने का इंतजार कर रही थीं। लेकिन दोपहर तक पटना नहीं आने पर उन्होंने घर पर फोन किया तो पता चला कि उनके पति कृष्णा शाही लापता हैं। उनका अपहरण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी होने पर वे अपने पति के मोबाइल फोन पर संपर्क करने लगीं। लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ मिला। इसी बीच उन्हें घर से आए फोन से जानकारी मिली कि उनके पति की हत्या कर दी गई है। फफक फफक कर रोते हुए उन्होंने बताया कि उनके पति की गहरी साजिश के तहत हत्या की गई है।
जिस पर भरोसा था वहीं मिला धोखा
भाजपा नेता दुश्मनों के गोली बारी में तो कई बार बचे। लेकिन उन पर उनको पूरा भरोसा था, उसी से उनको धोखा मिला। बताया जाता है कि भाजपा नेता कृष्णा शाही का बसवरिया मांझा गांव निवासी बाबूलाल राय से काफी घनिष्ठ संबंध थे। बाबूलाल राय का पुत्र आदित्य राय का अधिकतर समय भाजपा नेता के साथ ही गुजरता था। संबंध इतने अच्छे थे कि दोनों एक दूसरे के घर अक्सर आया जाया करते थे। इसी बीच बाबूलाल राय का निधन हो गया। मंगलवार को उनका श्राद्ध कर्म था। घनिष्ठ संबंध को देखते हुए भाजपा नेता ने वहां पूरा समय देना तय किया था। बुधवार की शाम ही कृष्णा शाही आदित्य के घर पहुंच गए थे। रात तक वे वहीं रहे। इनके निजी सुरक्षा गार्ड तथा वाहन चालक भी उनके साथ थे। लेकिन जिन पर भाजपा नेता ने भरोसा किया, वहीं से उनको धोखा मिला। श्राद्ध कर्म में शामिल होने गए भाजपा नेता रात में रहस्यमय ढंग से लापता हो गए। बुधवार की सुबह उनका शव आदित्य राय के घर के सामने 50 मीटर की दूरी पर स्थित रामजानकी मंदिर के पास स्थित झाड़ीनुमा कुएं से मिला। बताया जाता है कि घर के सामने मक्का का खेत था और उसके बाद मंदिर तथा कुंआ। भाजपा नेता की जहर देकर हत्या करने के बाद घर के सामने ही कुएं में शव को फेंक दिया गया था।
जदयू विधायक पर लगाया साजिश करने का आरोप
हत्यारों के शिकार बने भाजपा नेता कृष्णा शाही के भाई पूर्व मुखिया उमेश शाही ने जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय उर्फ पप्पू पाण्डेय तथा उनके भाई सतीश पाण्डेय पर अपने भाई की हत्या करवाने का आरोप लगाया है। पूर्व मुखिया ने कहा कि इन लोगों ने गहरी साजिश कर उनके भाई की हत्या कराई है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई थी। वहीं इस संबंध में विधायक पप्पू पाण्डेय से उनके मोबाइल पर संपर्क करने पर कॉल रिसिव नहीं हुआ। जिससे आरोप के संबंध में उनका जवाब नहीं मिल सका।