- हत्या के बाद बवाल, आरोपित के घर पथराव
- हिरासत में लिये गये चार महिलाओं समेत पांच लोग
भाजपा नेता व व्यवसायिक प्रकोष्ठ के बिहार प्रभारी कृष्णा शाही की मंगलवार रात जहर देकर हत्या कर दी गयी. फुलवरिया थाने के मांझा गांव के शिव मंदिर के पास स्थित कुएं से उनका शव बुधवार को बरामद किया गया. कृष्णा शाही की हत्या की सूचना आग की तरह फैलने से आसपास के सैकड़ों लोग मौके पर जुटने लगे. आक्रोशित लोगों ने मांझा गांव निवासी आरोपित आदित्य राय के घर पर पथराव भी किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया और जवानों को तैनात कर दिया.
हथुआ थाने के चैनपुर गांव निवासी कृष्णा शाही की पत्नी सांता शाही चैनपुर पंचायत की मुखिया हैं. परिजनों का आरोप है कि कृष्णा शाही अपने बॉडीगार्ड के साथ मंगलवार रात मांझा गांव में लालबाबू राय के श्राद्धकर्म में शामिल होने के बाद रात में अपने करीबी आदित्य राय के घर सोने के लिए चले गये थे. कृष्णा शाही के सभी बॉडीगार्ड को दूसरे कमरे में भेज दिया गया. बुधवार सुबह भाजपा नेता को कमरे से गायब देख बॉडीगार्ड ने परिजनों को सूचना दी. कृष्णा शाही के बड़े भाई उमेश शाही ने फुलवरिया थाने को घटना की सूचना दी. सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन हरकत में आया. पुलिस के बड़े अधिकारी मांझा गांव में पहुंचने लगे. काफी खोजबीन के बाद फुलवरिया थाने के मांझा गांव के शिव मंदिर के पास स्थित कुएं से कृष्णा शाही का शव बरामद किया गया. रात से लापता कृष्णा शाही के खोजबीन में जुटे लोगों ने पहले कुएं के समीप उनकी चप्पल देखी। फिर इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। कुंए से पानी निकाले जाने के बाद शव को बरामद किया गया। शव के साथ उनके रिवाल्वर व रायफल को रस्सी से बांधकर कुएं में डाला गया था। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने आरोपित आदित्य राय के घर पर हमला बोल दिया. उग्र लोगों ने उनके घर पर पथराव भी किया.
पहले भी हो चुका था हमला, पुलिस की तरफ से चार बॉडीगार्ड मिले थे
भाजपा नेता कृष्णा शाही की जान को पहले से खतरा था. उन पर पहले कई बार हमला भी हो चुका था. जिला प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के लिए चार बॉडीगार्ड मुहैया कराये थे.
हथुआ विधानसभा से वर्ष 2009 में बसपा के टिकट पर लड़े थे चुनाव
कृष्णा शाही के पिता मैनेजर शाही की हत्या के बाद से ही कृष्णा शाही राजनीति में आ गये थे. उनके परिवार का राजनीति में एक अलग पैठ था. हथुआ विधानसभा से वर्ष 2009 में कृष्णा शाही ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. हालांकि, वह चुनाव हार गये थे. वर्ष 2001 से ही चैनपुर पंचायत में उनके परिवार का कब्जा रहा है. अभी उनकी पत्नी सांता शाही चैनपुर पंचायत की मुखिया हैं.
जल्द हो जायेगा हत्याकांड का खुलासा : डीएसपी
हथुआ के एसडीपीओ मो. इम्तियाज अहमद ने कहा कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. पूछताछ की जा रही है. जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर लिया जायेगा.