Sun, 24 Apr 2016
रविवार को पंचायत चुनाव के पहले चरण में सूरज के तेवर पर मतदाताओं का जोश भारी पड़ गया। सुबह से ही मतदान करने के लिए युवा, महिला से लेकर बुजुर्ग अपने घरों से मतदान केंद्रो के लिए निकल पड़े। सुबह सात बजते-बजते तक के सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लग गयीं। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के आने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि दिन चढ़ने के साथ आग उगल रहे सूरज मतदाताओं की परीक्षा भी लेते रहे। दोपहर समय 42 डिग्री सेल्सियस तापमान और लू के थपेड़े के बीच कई मतदान केंद्रों पर मतदाता परेशान रहे। फिर भी यूपी की सीमा पर स्थित विजयीपुर प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत से लेकर भोरे प्रखंड के हुस्सेपुर व खलवागांव पंचायत तक में मतदाताओं में वोट देने के प्रति उत्साह बना रहा है। मतदान करने में बुजुर्ग भी पीछे नहीं रहे। 70 साल से लेकर 80 साल तक के बुजुर्ग अपने परिजनों का सहारा लेकर वोट देने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचे। पर, वोट देने को लेकर सबसे अधिक उत्साह युवाओं और महिलाओं में रहा। दोनों प्रखंड में मतदाताओं ने वोट डालने में किसी भी तरह की सुस्ती नहीं दिखायी। लग्न व भीषण कर्मी के इस मौसम में मतदाता वोट देने के लिए अपने घरों से निकले। भीषण गर्मी के बीच महिलाएं छाता लेकर मतदान तक की दूरी नापती दिखीं। तो युवा सिर पर गमछा लपेटे वोट डालने के लिए पहुंचते रहे। वोट देने के प्रति मतदाताओं में उत्साह ऐसा रहा कि सुबह नौ बजे तक 12 प्रतिशत तक वोट पड़ गए। दिन के एक बजते-बजते मतदान का प्रतिशत तीस को पार कर गया। दो बजे तक करीब 35 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे।
मतदान केन्द्र पर दिखा सुविधाओं का अभाव
वैसे तो मतदान केन्द्रों पर आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का प्रशासनिक दावे किये गये थे। लेकिन मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कई बूथों पर प्रशासनिक दावों की कलई खुलती नजर आयी। ऐसा भी नहीं कि बूथों पर व्यवस्था हुई ही नहीं, लेकिन तीस प्रतिशत मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संसाधन का अभाव दिखा। बावजूद इसके अधिकारी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं थे कि बूथों पर संसाधन उपलब्ध कराने की व्यवस्था लचर रही।
रविवार को दोपहर के 11 बजे थे। भोरे प्रखंड के मतदान केन्द्र संख्या 162 पर मतदाताओं की भीड़ काफी थी। लेकिन मतदान केन्द्र परिसर में धूप से बचाव के लिए कोई भी सुविधा नहीं दिखी। न टेंट व ना ही आसपास कोई पेड़-पौधा। ऐसे में मतदाता बूथ पर दीवार की ओट में जैसे तैसे धूप से बचने का प्रयास करते रहे। इसी प्रकार विजयीपुर प्रखंड के मतदान केन्द्र संख्या 31 व 53 पर भी संसाधन का अभाव दिखा।
पानी के लिए भी नहीं थी व्यवस्था
गर्मी के मौसम में मतदाताओं को ठंडा पानी उपलब्ध कराने के लिए राज्य चुनाव आयोग के निर्देश के बाद भी कई बूथों पर मतदान कर्मियों के साथ मतदाताओं की प्यास बुझाने के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था नदारद दिखी। दर्जनों बूथों पर कर्मियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए चापाकलों पर सीधे जाने को विवश होना पड़ा।