सड़क से अतिक्रमण हटाने को लेकर नगर पर्षद की चेतावनी की समयसीमा मंगलवार को खत्म हो गयी. अब शहर को जाम और अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए नगर पर्षद 10 नवंबर से कानून का डंडा चलायेगा. नगर पर्षद अतिक्रमणकारियों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में है. इसके लिए नगर पर्षद नौ नवंबर को डीएम के साथ बैठक कर रणनीति तय करेगा. गौरतलब है कि शहर विगत कई वर्षों से जाम से जूझ रहा है. मीडिया में मुद्दा छपने और कोर्ट द्वारा एक्शन लेने के बाद नगर पर्षद शहर को अतिक्रमणमुक्त करने की तैयारी में जुट गया है. शहर में जाम का मुख्य कारण अतिक्रमण, अवैध पार्किंग तथा अवैध स्टैंड हैं.
इस बार नगर पर्षद का साथ जिला प्रशासन भी दे रहा है.
बैठक में इन पहलुओं पर बनेगी नीति:
10 नवंबर को होनेवाली बैठक में कई बिंदुओं पर रणनीति बनायी जायेगी. अतिक्रमण हटाने की शुरुआत कहां से हो, अतिक्रमणकारियों से वसूली जानेवाली राशि का निर्धारण, मिशन जुर्माने का स्लैब और हटाये गये दुकानदारों को शिफ्ट करने की ठोस नीति बनेगी. इसके दूसरे दिन अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हो जायेगा.नगर पर्षद दो नवंबर से ध्वनि विस्तारक यंत्र से लगातार अतिक्रमण हटाने के लिए आगाह करता रहा. यह अभियान मंगलवार तक चला.
10 नवंबर को होनेवाली बैठक में कई बिंदुओं पर रणनीति बनायी जायेगी. अतिक्रमण हटाने की शुरुआत कहां से हो, अतिक्रमणकारियों से वसूली जानेवाली राशि का निर्धारण, मिशन जुर्माने का स्लैब और हटाये गये दुकानदारों को शिफ्ट करने की ठोस नीति बनेगी. इसके दूसरे दिन अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हो जायेगा.नगर पर्षद दो नवंबर से ध्वनि विस्तारक यंत्र से लगातार अतिक्रमण हटाने के लिए आगाह करता रहा. यह अभियान मंगलवार तक चला.
इधर फुटपाथ विक्रेता संघ के अध्यक्ष ताहिर हुसैन ने डीएम को आवेदन देकर दुकानदारों को नहीं उजाड़ने की मांग की है. आवेदन में कहा गया है कि शहर में जाम का मुख्य कारण वाहनों की अवैध पार्किंग है. फुटपाथी दुकानदारों को निशाना बनाया जा रहा है. हुसैन ने इस आशय की जानकारी मुख्य सचिव, एसपी और कार्यपालक पदाधिकारी को दी है.
क्या कहता है नप
प्रचार के माध्यम से लोगों को चेतावनी दी चुकी है. नौ नवंबर को इस पर बैठक कर ठोस रणनीति बनायी जायेगी. 10 नवंबर से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू कर दिया जायेगा.
ज्योति कुमार श्रीवास्तव, इओ, नप, गोपालगंज