Tue, 26 Apr 2016
जिला मुख्यालय के बीचोबीच स्थित नगर थाने की व्यवस्था में सुधार तथा थाना परिसर में कड़ी नजर रखने के लिए लाखों रुपये खर्च कर कैमरा व डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया था। लेकिन उचित रख-रखाव के अभाव में लगने के चंद माह बाद ही कैमरे खराब हो गये। अब यहां कैमरा व डिस्प्ले बोर्ड महज दिखावे की वस्तु बन गयी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार ने पुलिस तंत्र की व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा आधुनिकीकरण अभियान के तहत चिन्हित किये गये थानों में क्लोज सर्किट कैमरा तथा डिस्प्ले बोर्ड लगाने का निर्णय लिया था। इसी निर्णय के तहत नगर थाना में मई 2014 में क्लोज सर्किट कैमरे लगाये गये थे। कैमरों को थाना परिसर में लगाये गये डिस्प्ले बोर्ड से जोड़ दिया गया। ताकि वहां तैनात पुलिस अधिकारी थाना परिसर की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख सकें। सरकार के दिशानिर्देश के आलोक में लगाये गये कैमरों ने कुछ दिनों तक तक बेहतर तरीके से काम किया। लेकिन इसके बाद इसमें खराबी आने लगी। चंद माह में ही ये कैमरे बंद हो गये। पुलिस प्रशासन की ओर से इन कैमरों की दोबारा दुरुस्त करने की जरुरत नहीं महसूस की गयी। ऐसे में करीब दो वर्ष से ये कैमरे दिखावे की वस्तु बने हुए हैं।