नशे के काम आ रहीं दर्द निवारक दवाएं

Tue, 01Nov 2016

दवा देते समय जब दुकानदार की निगाहें कई बार ऊपर से नीचे शरीर को नापते हुए उठी तो राजेन्द्र नगर के विवेक कुमार को कुछ अजीब सा लगा था। विवेक यह समझ नहीं पाया कि आखिर दवा का दुकानदार, उसे इस तरह क्यों देख रहा है। लेकिन जब विवेक ने अपने दोस्तों से इस वाक्या को लेकर बात की, तब उसे माजरा समझ में आया। दरअसल पिता के पेट में दर्द उठने पर विवेक दवा लेने गया था। दुकानदार की निगाहें इस बात को तौल रहीं थी कि कहीं यह युवक भी नशे के लिए दवा तो नहीं ले रहा है। शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगने के बाद अब जिले के युवाओं में नशा के लिए दर्द निवारक दवाओं को लेने का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है।
नशे के लिए दवाओं का उपयोग करने से आलम यह हो गया है कि दर्द निवारक कई दवाएं अब ब्लैक में बिकने लगी हैं। दवाओं को नशे के रूप में इस्तेमाल करने वाले युवाओं में भी उनकी संख्या अधिक है। जो किशोरावस्था से ही नशे की तरफ बढ़ रहे हैं। हल्की मूंछ-दाढ़ी निकलने के साथ जवानी की तरफ बढ़ रहे युवाओं को दवा से नशे का शौक पूरा करना आसान तरीका भी लगता है। कुछ खास दर्द निवारक दवाएं, इन्हें हर मेडिकल स्टोर से आसानी से उपलब्ध भी हो जाती हैं। ये नशे के आदी हैं, इसका पता भी घर वालों को तब तक नहीं चलता, जब तक कि इनका ही कोई दोस्त इसकी शिकायत नहीं करता। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक मेडिकल स्टोर के मालिक ने बताया कि नशे के लिए इस्तेमाल किए जाने से पेट दर्द निवारक दवा स्पासमो व प्रोसिवोन के साथ ही नींद नहीं आने और बेचैनी दूर करने की दवा वेलियम टेन, अब ब्लैक में बिक रही है। उन्होंने बताया कि युवा इन दवाओं का एक साथ कई गोली खाकर अपने नशे का शौक पूरा कर रहे हैं। ब्लैक में बिकने वाली दवाओं में, खांसी से राहत देने वाली कोरेक्स और फेंसीडील भी शामिल हैं। वे बताते हैं कि प्रसव के बाद महिलाओं को लगाए जाने वाले इंजेक्शन फोर्टवीन तो काफी पहले से ही नशे के शौकिनों की जानी पहचानी दवा है। हालांकि फोर्टवीन की सप्लाई में इसे बनाने वाली कंपनी द्वारा ही कड़ाई बरतने के कारण अब इसका प्रचलन नशे के रूप में काफी कम हो गया है। नशे के लिए दवाओं का इस्तेमाल करने के बढ़ते प्रचलन के संबंध में चिकित्सक सुनील कुमार रंजन का कहना है कि यह स्वास्थ्य के लिए शराब और गांजा से भी अधिक हानिकारक है। उन्होंने कहा कि दर्द निवारक दवाओं का अत्यधिक सेवन सीधे किडनी और हार्ट को नुकसान पहुंचाता है। नशे के रूप में इसका अधिक दिनों तक सेवन करने पर किडनी फेल भी हो सकती है।

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