'विरासत' से होगा संस्कृति का प्रचार
गोपालगंज। अब गोपालगंज की कला और संस्कृति से सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि देश के बड़े शहरों के लोग भी रू-ब-रू हो सकेंगे। इसके लिए गोपालगंज जिला प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है। इस पहल का नाम "विरासत" रखा गया है।
जी हां, गोपालगंज जिला प्रशासन ने जिले की कला-संस्कृति के साथ साथ ऐतिहासिक धरोहरों को भी अनोखे अंदाज में परोसने की कोशिश की है। जिला प्रशासन द्वारा गोपालगंज में आयोजित होने वाले थावे महोत्सव के मौके पर एक कॉफी टेबल बुक "विरासत" का विमोचन किया गया था। इस किताब का विमोचन सूबे के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने किया।डीएम राहुल कुमार के मुताबिक इस किताब को देश के महानगरों में भेजा जायेगा। किताब में कई तरह की जानकारियां दी गई हैं, ताकि गोपालगंज की पहचान देश्स्तर पर हो सके। डीएम ने कहा की जिले के पर्यटन स्थलों को देश स्तर पर लाने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस किताब की अहम भूमिका होगी।
बुक की खासियत
इस किताब में जिले की ऐतिहासिक धरोहरों से लेकर मंदिर, मस्जिद और बौद्ध स्तूपों को दर्शाया गया है। इस किताब में गोपालगंज के गौरवशाली इतिहास की झलक देखने को मिलती है। आपको बता दें कि विरासत नाम से तैयार की गयी किताब की रुपरेखा डीएम राहुल कुमार ने तैयार की है। इस किताब में छापी गयी सभी तस्वीरों को वरीय उप समाहर्ता राजीव रंजन सिन्हा ने तैयार किया है।