सोमवार को थावे में स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल की दो बसों की टक्कर में 15 छात्राओं के घायल होने से अभिभावकों में रोष भर गया। मंगलवार को पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष ओमप्रकाश ¨सह के नेतृत्व में डीएवी पब्लिक स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने जमकर बवाल काटा। उन्होंने स्कूल में हंगामा करने के बाद उसके सामने एनएच 85 को जाम कर दिया। जिससे एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। आक्रोशित लोग इस हादसे के लिए स्कूल प्रबंधक को जिम्मेदार बताते हुए प्राचार्य पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे थी। इस बीच स्कूल के प्राचार्य ने अभिभावकों से बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे अपनी मांग पर डटे रहे। हालांकि बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने अभिभावकों को समझा बुझ कर शांत कराया। यह आश्वासन दिया गया कि स्कूल प्रबंधन आगे हादसा न हो, इसके लिए बस सेवा में सुधार करेगा।
सोमवार को डीएवी स्कूल की छात्राएं स्कूल बस में बैठ कर अपने घर लौट रही थी। छात्राओं की बस रवाना होने के कुछ देर बाद छात्रों को लेकर इस स्कूल की एक बस रवाना हुई। छात्राओं की बस तुरकाहां रेलवे ढाला के समीप पहुंची थी कि तभी पीछे से छात्रों को लेकर तेज गति से आ रही बस ने इस बस में पीछे से टक्कर मार दिया। जिससे आगे की बस में सवार 15 छात्राओं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। इस घटना के बाद अभिभावकों को रोष व्याप्त हो गया। मंगलवार को पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष ओमप्रकाश ¨सह के नेतृत्व में अभिभावकों ने डीएवी पब्लिक स्कूल में पहुंच कर जमकर हंगामा किया। इसके बाद उन्होंने एनएच 85 को जाम कर दिया। जिससे एनएच पर वाहनों की कतारें लग गईं। अभिभावकों का कहना था कि कई बार जर्जर बस को बदलने की मांग को लेकर प्राचार्य को आवेदन दिया गया। लेकिन इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन ने जर्जर बस को नहीं बदला। उन्होंने विद्यालय में छात्र छात्राओं को सुरक्षा मुहैया कराने, वाहन की व्यवस्था ठीक करने, सीट के अनुरूप विद्यार्थियों के बैठने, वाहन के आगे पीछे विद्यालय का नंबर लिखने, वाहन पर चालक कंडक्टर सहित विद्यालय के स्टाफ को बैठाने के साथ ही अभिभावकों के एक समिति का गठन करने की मांग कर रहे थी। स्कूल के प्राचार्य अश्विनी कुमार ने अभिभावकों से बातचीत कर उन्हें मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने अभिभावकों को समझा बुझा कर शांत करा दिया।