Tue, 12 Apr 2016
सोमवार को भी जिले के विभिन्न गांवों में आग लगने का सिलसिला जारी रहा। सोमवार को जिले के विजयीपुर, मांझा, थावे तथा भोरे के विभिन्न गांवों में लगी आग में पांच सौ एकड़ से अधिक खेत में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी और दस से अधिक आवासीय झोपड़ी भी जल गए। इस दौरान आग की चपेट में आने से जलने से दो मवेशी की भी मर गए।
बताया जाता है कि सोमवार को विजयीपुर प्रखंड के रंदे बंदे मठिया, ईटवा, कर्मचार, सुखपुरा तथा सबेया गांव में आग लगने से पांच सौ एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी। आग लगने से ईटवा गांव के उत्तर दिशा में दो आवासीय घर भी जलकर राख हो गया। जिसमें एक घर हसमुद्दीन मियां तथा दूसरा घर लालबाबू गुप्ता का बताया जाता है। जिन किसानों की गेहूं की फसल जली है उनमें ईटवा गांव के शिवाजी भगत, अयोध्या यादव, गुलाल धोबी, त्रिपाल मदेशिया, शैलेंद्र यादव, राम कृपाल मदेशिया, जवाहर मदेशिया सहित अन्य गांवों के सैकड़ों किसान शामिल हैं। बताया जाता है कि आग लगने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। आग लगने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे बीडीओ सतीश कुमार, सीओ चंदन कुमार, अवर निरीक्षण राम विनय ने नुकसान का जायजा लिया। वहीं मांझा थाना क्षेत्र के उमर मठीया गांव में सोमवार को आग लगने से तीन आवासीय झोपड़ी जलकर राख हो गयी। इस दौरान आग की चपेट में आने से दो मवेशी की झुलसने से मौत हो गयी तथा झुलसने से एक ग्रामीण भी झुलस गए। जिनको इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनके घर जले हैं उनमें साह महम्मद, मंजूर आलम व राकेश साह शामिल हैं। इसी प्रखंड के पुरैना पंचायत में लगी आग में सात घर जलकर राख हो गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। सोमवार को ही थावे के अमैठी चौर में विद्युत तार टूट कर गिरने से गेहूं की फसल में आग लग गयी। जिससे मोख्तार मियां, सतेंद्र भगत, रंजीत तिवारी, रामायण बैठा, असहत मियां तथा रसूल मियां के एक एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी। दूसरी तरफ भोरे थाना क्षेत्र के विश्रामपुर गांव में कटे हुए गेहूं का डंठल जलाने के दौरान खड़ी गेहूं की फसलों में आग लग जाने के कारण करीब दस बीघा की फसल जलकर राख हो गयी। बाद में स्थानीय लोगों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया। जिनकी फसल जली है उनमें सुरेश साह, योगेंद्र साह सहित तीन किसान शामिल हैं।