Gopalganj News: यहां मुसीबत से कम नहीं पार्किंग व्यवस्था

 यहां नवरात्र के महीने में भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है। लोग जमा होते हैं तो स्वभाविक है कि यहां वाहनों का काफिला भी जमा होगा। लेकिन ऐतिहासिक थावे मंदिर परिसर और आसपास वाहनों को खड़ा करने के लिए बेहतर व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है। पार्किंग की व्यवस्था लागू तो की गयी है, लेकिन इस व्यवस्था में सख्ती नाम की कोई चीज नहीं है। ऐसे में मंदिर गेट से लेकर जंगल तक जैसे-तैसे वाहन खड़े होते हैं। ऐसे में मंदिर के किसी भी हिस्से से आने वाले लोग समस्याओं से जूझते हैं।

करीब एक दशक पूर्व जब जिला प्रशासन ने मंदिर की व्यवस्था में रुचि लेना शुरू किया तो यहां बेहतर पार्किंग व्यवस्था की कवायद शुरू की गयी। इसके लिए बकायदा स्थल भी चिन्हित किया गया। लेकिन निर्धारित स्थल से पार्किंग व्यवस्था गायब है। मंदिर के इर्द-गिर्द चारों ओर पार्किंग का खेल चलता है। कई लोंगों ने तो अपने घरों के आगे ही पार्किंग बना रखा है। मंदिर में आने वाले लोगों के लिए बनाये गये पार्किंग स्थल की स्थित यह है कि मंदिर तथा आसपास चल रहे तीन पार्किंग स्थलों में गाड़ी खड़ी करने का किराया भी अलग-अलग है। यह अव्यवस्था मंदिर से लेकर परिसर स्थल तक में हावी है।

मंदिर प्रांगण में भी वाहन

भले ही थावे मंदिर परिसर में आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है। लेकिन यहां मंदिर प्रांगण तक में वाहन खड़े होते हैं। इस अव्यवस्था के लिए फूल व प्रसाद वाले दुकानदार भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। फूल वाले दुकानदार दुकानों के आगे वाहन खड़ा करा देते हैं। ऐसे में मंदिर परिसर में लोगों को समस्या पैदा हो जाती है। स्थिति यह है कि मंदिर परिसर स्थित फूल दुकानों के आगे हर समय दर्जनों बाइक व कारें खड़ी रहती हैं।

क्या है व्यवस्था

* मंदिर के पूर्वी हिस्से में बना है वाहन पार्किंग स्थल।

* मंदिर के उत्तर दिशा में चल रहे दो पार्किंग स्थल।

* बांस-बल्लों से वाहनों को रोकने की है व्यवस्था।

* मंदिर परिसर में वाहन ले जाने पर लगेगा जुर्माना।

धरातल की क्या है व्यवस्था

* कई स्थानों पर अवैध पार्किंग।

* हर दिन मंदिर परिसर तक पहुंचते हैं वाहन।

* वीआइपी के आने पर टूट जाते हैं कायदे।

* दुकानों के सामने वाहन खड़ा कराने वाले दुकानदारों पर नहीं होती कार्रवाई।

Ads:

सम्बंधित खबरें:







Ads Enquiry