Fri, 03 Jun 2016
उसकी चार साल पहले मौत हो गई लेकिन पुलिस उससे अब भी परेशान है। वह पुलिस वालों को धमकी दे रहा है, उन्हें अपशब्द बोल रहा है साथ ही सड़क जाम भी कर रहा है। आप पूछेंगे कि क्या ऐसा संभव है?
लेकिन गोपालगंज की पुलिस तो ऐसा ही कहती है। न केवल कहती है बल्कि उसपर बाकायदा प्राथमिकी दर्ज की गई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो रही है। यह अलग बात है कि जांच के दौरान मौत की बात सामने आने के बाद पुलिस झेंप भी रही है।
क्या है पूरा मामला
खैरा गांव के चंद्रिका साह की चार साल पहले मृत्यु हो गई थी। उनकी मौत का गम भुलाकर परिवार के लोग अपने काम में लग गए लेकिन बैकुंठपुर की पुलिस की नजर में चंद्रिका साह आज भी जिंदा हैं। न केवल जिंदा हैं बल्कि वे अब भी पुलिस को धमकी देने, गाली गलौज करने से लेकर रोड जाम करने तक में शामिल हैं।
तभी तो पिछले दिनों पुलिस ने चंद्रिका साह पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, विधि विरुद्ध जाम में शामिल होने तथा पुलिस व प्रशासन के विरुद्ध अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करने के साथ घंटों स्टेट हाइवे संख्या 90 को जाम करने का आरोप लगाया है।
चुनाव के बाद हुआ था हंगामा
बैकुंठपुर थानाक्षेत्र में 22 मई को पंचायत चुनाव के आठवें चरण के मतदान के बाद 23 मई को ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे संख्या 90 को खैरा आजम स्थित तुरहा टोली गांव के समीप जाम कर दिया था। इस जाम के कारण हाइवे पर काफी देर तक आवागमन बाधित रहा।
पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। इस घटना को लेकर बैकुंठपुर थानाध्यक्ष मोहम्मद जकारिया ने खुद के बयान पर थाने में कांड संख्या 61/2016 प्राथमिकी दर्ज कराई। इस प्राथमिकी में ग्रामीणों पर कई संगीन आरोप लगाए गए। कांड अंकित करने के बाद पुलिस आरोपियों की धर पकड़ के लिए छापामारी अभियान में भी लग गई।
प्राथमिकी के अभियुक्त कालम के क्रम संख्या 15 पर खैरा मलिकाना गांव निवासी महंगु साह के पुत्र चंद्रिका साह को भी आरोपी बनाया गया गया। अब इस प्राथमिकी पर सवाल उठ रहे हैं। प्राथमिकी में कई निर्दोष लोगों का नाम होने से लोगों में पहले से ही पुलिस के प्रति आक्रोश था। अब मृतक को आरोपी बनाने से पूरी प्राथमिकी पर ही सवाल उठने लगे हैं।