Gopalganj News: शोध छात्रों पर भारी पड़ रही विवि की उदासीनता

Tue, 26 Apr 2016

जेपी विश्वविद्यालय छपरा की प्रबंधन और परीक्षा विभाग की उदासीनता अब शोध छात्रों(पीएचइडी) को भारी पड़ने लगी है। हर सत्र में प्री-पीएचइडी प्रवेश परीक्षा हो रही है और काफी संख्या में छात्र इसमें पास भी हो रहे हैं। लेकिन इन छात्रों को शोध कार्य के लिए विश्वविद्यालय से मनोनीत शोध निदेशक की नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसी स्थिति पूर्ववर्ती शोध छात्रों का अब तक शोध कार्य पूरा नहीं होने से उत्पन्न हुई है। छात्र संजीव कुमार सिंह, अशोक तिवारी, मंजू श्रीवास्तव, सरिता सिंह आदि कहती हैं कि जेपी विश्वविद्यालय में शोध कार्य की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण पर्व के छात्रों का समय से शोध कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। जिसका खामियाजा अगले सत्र में प्री-पीएचइडी प्रवेश परीक्षा पास करने वाले छात्रों को उठाना पड़ रहा है। इन छात्रों को शोध निदेशक ही नहीं मिल रहे हैं, जिसके अधीन ये शोध कार्य कर सकें। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय की इस उदासीनता से शोध कार्य के लिए यहां के छात्रों को दूसरे प्रांतों के विश्वविद्यालयों में जाना पड़ रहा है। वे कहते हैं कि प्रतिस्पद्र्धा के इस दौर में राज्य सरकार को उच्च शिक्षा के हित में शोध क्षेत्र की पद्धति में अब सकारात्मक बदलाव लाना चाहिए। जिससे उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को दूसरे प्रांत में जाने को मजबूर नहीं होना पड़े। उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर शोध कार्य में छात्रों को आ रही परेशानी को दूर करने की मांग की है।

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