Tue, 26 Apr 2016
प्रशासनिक स्तर पर बरती जा रही सुस्ती के कारण जिले में अबतक 13 हजार से इंदिरा आवासों का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। विभागीय स्तर पर आवास का निर्माण पूर्ण कराने के लिए लाभूकों पर दबाव नहीं बनाने का सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि पिछले दस माह में किसी भी लाभूक पर आवास पूर्ण नहीं करने के एवज में निलाम पत्र वाद दाखिल नहीं किया गया। हद तो यह कि प्रखंड विकास पदाधिकारियों ने सफेद व लाल नोटिस निर्गत करने में भी सख्ती नहीं दिखायी।
ग्रामीण विकास विभाग के आंकड़े बताते हैं कि गोपालगंज जिले में वर्तमान समय में 13,174 इंदिरा आवासों का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराया जा सका है। यह स्थिति विभागीय स्तर पर सुस्ती बरतने के कारण पैदा हुई। सबसे खराब स्थित बैकुंठपुर प्रखंड की है। लाभूकों द्वारा इसके निर्माण में सुस्ती बरते जाने पर कार्रवाई नहीं होने के कारण प्रति वर्ष यहां लंबित आवासों का आंकड़ा बढ़ रहा है।
क्या है विभाग का निर्देश
ग्रामीण विकास विभाग ने प्रथम किस्त की राशि देने के बाद लाभूक को लिंटर तक का निर्माण कार्य पूर्ण करने का निर्देश दे रखा है। लिंटर तक कार्य पूर्ण नहीं होने की स्थिति में लाभूक को द्वितीय किस्त की राशि नहीं दी जाएगी। विभाग के निर्देशों को मानें तो प्रथम किस्त की राशि मिलने के बाद अगर लाभूक आवास निर्माण कराने में कोताही करता है तो उसपर सफेद व लाल नोटिस की जाएगी। इसके बाद भी आवास निर्माण नहीं करने पर उसपर निलाम पत्र वाद दाखिल कर राशि वसूली की कार्रवाई की जाएगी।
कहां कितने आवास लंबित
प्रखंड लंबित आवास
गोपालगंज 1121
मांझा 1190
बरौली 120
सिधवलिया 321
बैकुंठपुर 2796
कुचायकोट 2090
थावे 152
हथुआ 33
उंचकागांव 1358
फुलवरिया 1004
भोरे 1112
विजयीपुर 1637
कटेया 690
पंचदेवरी 126