बुधवार को हत्यारों के शिकार बने हार्डवेयर के व्यवसायी भरत सिंह के परिजनों ने गुरुवार दोपहर तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी थी। मृत व्यवसायी के अंतिम संस्कार के बाद परिजनों द्वारा इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराये जाने की संभावना जतायी जा रही है। इस बीच पुलिस ने इस हत्याकांड को लेकर अपनी जांच पड़ताल तेज कर दी है। कहीं हत्या कारण व्यवसायिक लेन देन तो नहीं है, इस दिशा में भी पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस की जांच के दायरे में पंचायत चुनाव के दौरान व्यवसायी भरत सिंह के ज्येष्ठ पुत्र की हुई हत्या भी है। पुलिस उस घटना को फिर से खंगाल कर उसके तार कहीं व्यवसायी भरत सिंह की हत्या से तो नहीं जुड़े हैं, इसकी पड़ताल भी कर रही है।
बुधवार की सुबह सिधवलिया थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी 60 वर्षीय भरत सिंह महम्मदपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में एनएच 28 के किनारे अपनी हार्डवेयर की दुकान में बैठे थे। वे अभी अखबार पढ़ रहे थे कि दो बाइक पर सवार होकर चार लोग वहां पहुंचे और व्यवसायी से बातचीत करने लगे। बातचीत करते ये लोग भरत सिंह के साथ दुकान के समीप स्थित उनके सीमेंट गोदाम में चले गए। इसी दौरान बाइक से आये चारों लोगों ने मिलकर भरत सिंह को बांध कर गला दबाकर हत्या कर दिया। इस घटना के कुछ देर बाद जब व्यवसायी के घर से एक लड़का खाना लेकर वहां पहुंचा तो देखा कि भरत सिंह सीमेंट के गोदाम में गिरे पड़े है। लड़के के शोरगुल मचाने पर आसपास के लोग जब वहां पहुंचे तो उन्होंने भरत सिंह को मृत पाया। इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। हालांकि गुरुवार की दोपहर तक इस घटना को लेकर मृतक के परिजनों ने प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी थी। हत्यारों के शिकार बने व्यवसायी का अंतिम संस्कार करने के बाद परिजनों द्वारा इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराये जाने की संभावना है। बताया जाता है कि पंचायत चुनाव के दौरान व्यवसायी भरत सिंह के ज्येष्ठ पुत्र बुलेट सिंह की हत्या कर दी गयी थी। इस हत्याकांड के तार व्यवसायी भरत सिंह की हत्या से जोड़ कर भी परिजनों द्वारा आवेदन देने का लोग अनुमान लगा रहे हैं। वहीं सूत्र बताते हैं कि कम समय में ही व्यवसायी भरत सिंह ने अपना कारोबार काफी बढ़ा लिया था। वाहन खरीदने के साथ ही हार्डवेयर की दुकान इन्होंने खोल ली थी। ऐसे में कहीं उनकी हत्या का कारण संपत्ति का लेन देन तो नहीं बना, इसकी भी आशंका जताई जा रही है। पुलिस भी इन सब पहलुओं की जांच पड़ताल कर रही है। वैसे फिलहाल इस हत्या कांड को लेकर परिजनों द्वारा थाना में दिये जाने वाले आवेदन पर अभी सबकी निगाहें टिकी हुई है।