कुचायकोट थाना क्षेत्र के कुचायकोट बाजार में हुई चाकूबाजी के दौरान हुई युवक की हत्या के मामले में मृत युवक के पिता के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में एक दर्जन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। कांड दर्ज करने के बद पुलिस आरोपियों की धर पकड़ के लिए सीमावर्ती उत्तरप्रदेश सहित कई स्थानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। बावजूद इसके इस घटना में संलिप्त लोगों की अबतक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
जानकारी के अनुसार कुचायकोट थाना क्षेत्र के बलथरी गांव के निरंजन शाही तथा पियूष शाही के बीच काफी से विवाद चल रहा था। पुराने विवाद को लेकर पूर्व में भी दोनों पक्ष के बीच कई बार मारपीट की घटना हो चुकी थी। मंगलवार की सुबह भी दोनो पक्ष के बीच विवाद और हाथापाई की घटना हुई। कुछ देर बाद दोनों पक्षों ने सुलह व समझौता कर लिया। समझौते के बाद जब दोनों पक्ष के लोग कुचायकोट थाना परिसर से वापस घर जाने के लिए निकले तो रास्ते में मिडिल स्कूल परिसर में फिर दोनों पक्ष में विवाद शुरू हो गया। इस विवाद के दौरान हुई चाकूबाजी में बलथरी गांव निवासी पियूष शाही, प्रवीण शाही ,अंकुर शाही और अंशु शाही गंभीर रुप से घायल हो गए। सभी घायल लोगों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुचायकोट में भर्ती कराया गया। जहां पियूष शाही की स्थिति गंभीर देख उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में पियुष शाही की रास्ते में मौत हो गई। इस घटना के विरोध में मंगलवार को उग्र लोगों ने काफी देर तक हाइवे को भी जाम किया। इस संबंध में मृत युवक के पिता पुष्पेन्द्र शाही के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें बलथरी गांव के ही अशोक शाही, निरंजन शाही, संजय शाही, रिषि शाही, रितेश राय, उचकागांव निवासी मनीश सिंह, दिब्यांशु सिंह तथा गोरख सिंह ,कोन्हवां गांव के निवासी अंकित शाही और राजा मिश्रा तथा गोपालगंज निवासी आशीष सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है।