छपरा से थावे जा रही पैसेंजर ट्रेन को डीरेल होने से एक महिला ने दिलेरी की बदौलत बचा लिया, अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था. महिला के इस साहसिक कदम से सैकड़ों लोगों की जान बच गयी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बनकटी गांव की रहनेवाली पूनम देवी शनिवार की शाम चार बजे रेलवे ट्रैक के किनारे घास काटने गयी थी. उसकी नजर टूटी िफश प्लेट पर पड़ी. उधर ट्रेन की आवाज सुन कर उसने हल्ला कर बुला लिया. ग्रामीण लाल कपड़ा दिखा कर ट्रेन को रोकने में सफल रहे.
थावे जा रही 55183 डाउन पैसेंजर जब दिघवा दुबौली स्टेशन से सिधवलिया के लिए रवाना हुई, तो बनकटी रेलवे पुल के पास दिखाये गये लाल कपड़े को देख कर मुख्य चालक रामाधार भगत एवं सहायक चालक अजय कुमार साह ने इमरजेंसी ब्रेक लगा कर ट्रेन रोक दी. उसके बाद गार्ड अजय कुमार सिंह ने स्टेशन अधीक्षक दिघवा दुबौली को सूचित किया. स्टेशन मास्टर ने मेमो भेज कर ट्रेन धीरे-धीरे आगे बढ़वायी. उसके बाद ट्रेन गंतव्य के लिए फिर रवाना की गयी. उक्त ट्रेन करीब 45 मिनट तक बनकटी रेलवे पुल के पास खड़ी रही. ट्रेन के रवाना होने के बाद िफश प्लेट की मरम्मत की गयी.मालूम हो कि थावे-छपरा रेलखंड पर रेल हादसे टलने की यह दूसरी घटना है. इसके पहले ट्रेन की बैटरी में आग लगने से दिघवा दुबौली स्टेशन के समीप हादसा बाल-बाल बचा था.