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कृष्णा शाही हत्याकांड में नया मोड़, एक और प्राथमिकी दर्ज

 भाजपा नेता कृष्णा शाही की हत्या के करीब एक पखवाड़े बाद एक और प्राथमिकी दर्ज होने के बाद इस कांड में नया मोड़ आ गया है। कोर्ट के आदेश पर थाने में बुधवार को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस नए बिंदुओं पर भी जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि 18 जुलाई को हुई हत्या के करीब बीस दिन पूर्व ही कृष्णा शाही ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में एक परिवाद पत्र दाखिल किया था। इस वाद में उन्होंने अपने ही गांव के आनंद राय को नामजद आरोपी बनाया था। इस वाद में कृष्णा शाही ने आरोप लगाया था कि आनंद राय इलेक्टॉनिक्स मशीनरी के माध्यम गलत तथ्यों को परोसने में लगा था। उन्होंने आनंद राय पर फेसबुक तथा ह्वाट्सएप के माध्यम से लगातार गलत बातों का प्रचार करने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने आनंद राय पर उनकी हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगाया था। गत 29 जून को दाखिल इस परिवाद पत्र की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने अगले ही दिन तीस जून को मामले की थाने में प्राथमिकी दर्ज करने व इसका अनुसंधान करने का निर्देश पुलिस को दिया। निर्देश के आलोक में गत तीन जुलाई को प्राथमिकी दर्ज करने का पत्र भी संबंधित थाने को भेज दिया गया। लेकिन तब हथुआ थाने की पुलिस ने इस आदेश के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। कोर्ट का आदेश जारी होने के पंद्रह दिन बाद गत 18 जुलाई की रात्रि भाजपा नेता कृष्णा शाही की हत्या कर दी गई। हत्या की घटना के करीब 15 दिन बाद पुलिस ने इस मामले की थाने में प्राथमिकी दर्ज की है। इस प्राथमिकी में मृतक कृष्णा शाही को ही सूचक बनाया है। नई प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस इस बिंदु पर भी जांच पड़ताल में लग गई है।

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