सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में भिड़े कर्मी

सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में बुधवार को तब अफरातफरी मच गई जब दो कर्मचारी आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों में एक दूसरे पर दलाली करने तथा पैसा वसूलने को लेकर जमकर गाली गलौज और हाथापाई होती रही। इसी बीच मौजूद सैप के जवानों ने दोनों कर्मियों के बीच झगड़ा छुड़ाने का काफी प्रयास किया। लेकिन कर्मी जवानों के सामने ही आपस में लड़ते रहे। हालांकि बाद में सैप के जवानों ने किसी तरह दोनों कर्मियों को समझाकर शांत कराया।
सदर अस्पताल में प्राइवेट कर्मियों के काम करने की शिकायत काफी समय से लोग करते आ रहे हैं। बुधवार को भी एक प्राइवेट कर्मी इमरजेंसी कक्ष में काम कर रहा था। उस समय सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में रोकड़पाल उमेश कुमार चिकित्सक कक्ष में बैठे थे। तभी प्राइवेट कर्मी चिकित्सक के पास एक मरीज के लिए दवा लिखवाने के लिए पहुंच गए। बताया जाता है कि प्राइवेट कर्मी को काम करते देख उमेश कुमार ने इसका विरोध किया। जिसको लेकर दोनों कर्मियों में तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई तथा वे आपस में उलझ गए। इस दौरान कर्मी एक दूसरे के साथ गाली गलौज करते हुए आपस में हाथापाई करने लगे। जिससे इमरजेंसी कक्ष में अफरातफरी मच गई।

कर्मियों ने खोली व्यवस्था की पोल
 इमरजेंसी कक्ष में आपस में भिड़े दो कर्मियों ने मारपीट के दौरान अस्पताल की व्यवस्था की भी पोल खोल दी। प्राइवेट कर्मी का आरोप था कि रोकड़ पाल उमेश कुमार अस्पताल में काम करने वाले प्राइवेट कर्मियों से पैसा मांगते हैं। पैसा नहीं देने पर वह हमेशा गाली गलौज करते हैं। वहीं दूसरी तरफ रोकड़ पाल उमेश कुमार ने बताया कि अशोक कुमार बाहर से आकर इमरजेंसी कक्ष में दलाली करते हैं। मना करने पर उसने मारपीट की। वैसे इमरजेंसी कक्ष में कर्मियों के आपस में भिड़ने का यह पहला मामला नहीं है। आए दिन कर्मी किसी न किसी बात को लेकर आपस में भिड़ते रहते हैं।

क्या कहते हैं सीएस
सिविल सर्जन डॉ. मद्देश्वर प्रसाद शर्मा ने बताया कि कुछ काम से हम बाहर आए हुए हैं। अस्पताल पहुंचने पर मामले की जांच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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