सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई। इमरजेंसी कक्ष में पिछले 24 घंटे से एक साधु का शव पड़ा रहा है। शव से पूरे इमरजेंसी कक्ष में पूरी बदबू फैली हुई है। बदबू के कारण अन्य मरीजों का इमरजेंसी कक्ष में रहने में काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में लावारिस हालत में पड़े शव को इमरजेंसी कक्ष से हटाने के दिशा में अभी तक स्वास्थ विभाग के द्वारा कोई पहल नही किया गया।
बताया जाता है कि मांझा थाना क्षेत्र के मीरा टोला गांव निवासी विक्रमा प्रसाद एक मठ में साधु थे। दो दिन पूर्व उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होने पर कुछ लोगों ने साधु को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी शनिवार की दोपहर मौत हो गई। साधु की मौत होने के बाद पिछले 24 घंटा से इमरजेंसी कक्ष में उनका शव पड़ा हुआ है। शव के कारण पूरी तरह से इमरजेंसी कक्ष में बदबू फैला हुआ है। जिससे इमरजेंसी कक्ष में भर्ती अन्य मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. मद्देश्वर प्रसाद शर्मा से संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल नॉट रिचेबल मिला।
बताया जाता है कि मांझा थाना क्षेत्र के मीरा टोला गांव निवासी विक्रमा प्रसाद एक मठ में साधु थे। दो दिन पूर्व उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होने पर कुछ लोगों ने साधु को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी शनिवार की दोपहर मौत हो गई। साधु की मौत होने के बाद पिछले 24 घंटा से इमरजेंसी कक्ष में उनका शव पड़ा हुआ है। शव के कारण पूरी तरह से इमरजेंसी कक्ष में बदबू फैला हुआ है। जिससे इमरजेंसी कक्ष में भर्ती अन्य मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. मद्देश्वर प्रसाद शर्मा से संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल नॉट रिचेबल मिला।