Sat, 17Dec 2016
उचकागांव थाना क्षेत्र के बालाहाता गांव स्थित एक घर में प्रवेश कर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करने तथा विरोध करने पर परिवार के लोगों को झूठे मुकदमा में फंसाने की धमकी देने के आरोप में मीरगंज व उचकागांव थानाध्यक्ष के विरुद्ध शुक्रवार को न्यायालय में मुकदमा दायर किया गया। सीजेएम के न्यायालय ने वाद को अग्रिम सुनवाई के लिए एसीजेएम नवम के न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया।
घटना को लेकर दायर वाद में उचकागांव थाना क्षेत्र के बालाहाता गांव की गोपी देवी नामक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके ही गांव के चौकीदार मुन्ना मियां ने उसके पुत्र अशोक ¨सह से शराब पीने के लिए दो सौ रुपये की मांग की थी। जब उसके पुत्र ने पैसा देने से इंकार किया तो चौकीदार ने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। घटना की सूचना मिलने के बाद उचकागांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई तथा चौकीदार को साथ लेकर चली गई। गोपी ने देवी ने आरोप लगाया है कि इस घटना के बाद रात्रि समय मीरगंज थानाध्यक्ष बीपी आलोक तथा उचकागांव थानाध्यक्ष सुनील कुमार उसके दरवाजे पर पहुंच गए तथा जबरन उसके घर का दरवाजा खुलवाया। जैसे ही उसने घर का दरवाजा खोला गया दोनों पुलिस पदाधिकारी घर में प्रवेश कर गए तथा परिवार की महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया। महिला ने पुलिस पदाधिकारियों पर लोगों के साथ मारपीट करने तथा किसी मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है।