Sat, 6Agust 2016
बाबाधाम से एक कमांडर जीप में सवार होकर अपने गांव कुचायकोट प्रखंड के गोपालपुर थाना क्षेत्र के वनकटा लौट रहे कावंरिया हादसे के शिकार हो गए। गुरुवार की शाम छपरा जिले के डोरीगंज में कावंरियों से भरी जीप की एक आटो से टक्कर हो गई। इस हादसे में एक कावंरिया की मौके पर ही मौत हो गई तथा 15 कावंरिया गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को छपरा तथा सिवान के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनमें से दो महिला की हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया है। इस हादसे की सूचना मिलने ही वनकटा गांव में कोहराम मच गया। कावंरियों के परिजन छपरा के लिए रवाना हो गए।
बताया जाता है कि 31 जुलाई को वनकटा गांव से एक कमांडर जीप में सवार होकर कावंरिया बाबा धाम के लिए रवाना हुए थे। गुरुवार को कावंरिया जीप से अपने घर लौट रहे थे। तभी देर शाम को छपरा के डोरीगंज में कावरियों से भरी जीप की एक आटो से टक्कर हो गई। जिससे वनकटा गांव निवासी स्वर्गीय गुंजेशरी साह की पत्नी बसंती देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस हादसे में वनकटा गांव निवासी भदई साह, सोनेलाल साह, पानकली देवी, लक्ष्मीना देवी, चंपा देवी, रीना देवी, श्याम सुंदर, मोहन मांझी, रूदल मांझी, सुरेश मांझी, हरहंगी कुमार सहित 15 कावंरिया गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए छपरा तथा सिवान के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से गंभीर रूप से घायल दो महिलाओं की हालत नाजुक देख चिकित्सक ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया है। बताया जाता है कि गुरुवार की रात इस हादसे की जानकारी मिलते की वनकटा गांव में कोहराम बच गया। रात में ही कावंरियों के परिजन छपरा के लिए रवाना हो गए।
रातभर पल पल की खबर लेते रहे चिंतित ग्रामीण
घर परिवार की खुशहाली की मंगल कामना को लेकर बाबा धाम गए डेढ़ दर्जन कावंरियों के परिजनों के लिए गुरुवार की रात बेहद भारी रहा। बाबा धाम से लौटते समय छपरा के डोरीगंज में कावंरियो से भरी जीप के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी मिलते ही गोपालपुर थाना क्षेत्र के वनकटा गांव में कोहराम मच गया। इस हादसे में एक महिला कावंरिया की मौत तथा अधिकांश के घायल होने की सूचना ग्रामीणों को गुरुवार की रात में मिली। सूचना मिलते ही बाबा धाम गए कावंरियों के परिजनों के घर चिख चिल्लाहट मच गई। इस हादसे की जानकारी मिलते ही पूरा गांव परेशान हो उठा। रात में ही दुर्घटना के शिकार लोगों के परिजन घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। इसी बीच उन्हें अपने अपने परिजनों के छपरा तथा सिवान के अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बारे में सूचना मिली। यह भी जानकारी मिली कि दो घायलों को गोरखपुर रेफर कर दिया गया है। इस सूचना के बाद कोई सिवान- छपरा तो कोई गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। हादसे की सूचना मिलने के बाद आसपास के ग्रामीण भी वनकटा गांव पहुंच गए थे। कुछ लोग रोती बिलखती महिलाओं को समझा रहे थे तो कुछ लोग अपने मोबाइल फोन से एक पल पल की खबर ले रहे थे।
18 घंटे बाद गांव लाया गया मृतका का शव
छपरा के डोरीगंज में हादसे की शिकार बनी स्वर्गीय गुंजेशरी साह की पत्नी बसंती देवी का शव हादसे के 18 घंटे बाद शुक्रवार की दोपहर गांव लाया गया। गांव में शव पहुंचते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। महिलाओं की चिख गूंजने लगी तो बच्चे भी सिसकियां भर रहे थे। बाद में ग्रामीणों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया।