Thu, 12Agust 2016
हथआ थाना से महज पचास गज दूर स्थित दवा दुकानदार थाना क्षेत्र के मनी छापर गांव निवासी याहिया खान के पुत्र सरवर आलम की बुधवार को गोली मार कर हत्या होने के बाद हथुआ बाजार में उबाल आ गया। आक्रोशित लोगों ने मृतक का शव पहुंचने के बाद बुधवार की शाम जमकर बवाल काटा। इस दौरान अनुमंडलीय अस्पताल में जमकर तोड़ फोड़ की गई। एंबुलेंस सहित वाहनों को क्षतिग्रस्त कर पलट दिया गया। आपरेशन थियेटर में तोड़फोड़ करने के साथ ही अस्पताल के दरवाजे और शीशे भी तोड़ दिए गए। इस बीच उग्र लोगों को शांत कराने पहुंचे एसडीओ मनोज राम के वाहन पर भी पथराव किया गया। जिससे पत्थर सीने में लगने से एसडीओ घायल हो गए। घायल एसडीओ का इलाज मीरगंज स्थिति एक निजी अस्पताल में कराया गया। इस हत्याकांड को लेकर गुरुवार को भी लोगों में काफी आक्रोश रहा। हत्या कांड के विरोध में गुरुवार को हथुआ बाजार बंद रहा। इसी बीच हत्यारे के शिकार बने व्यवसायी के भाई मोहम्मद जाहिद ने दो अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए छापामारी अभियान चला रही है।
मनीछापर गाव निवासी याहिया खान के पुत्र
सरवर आलम बुधवार को हथुआ थाना से पचास गज दूर स्थित अपनी दवा की दुकान पर बैठे थे। तभी वहां पहुंचे एक अपराधी ने उन्होंने पिस्तौल से गोली मार दिया। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल व्यवसायी को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। वहां से उनकी हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया था। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि व्यवसायी की मौत होने की जानकारी मिलते ही उग्र लोगों ने हथुआ बाजार में बवाल काटना शुरू कर दिया। इस दौरान अनुमंडलीय अस्पताल में जमकर तोड़ फोड़ की गई। एंबुलेंस सहित वाहनों को क्षतिग्रस्त कर पटल दिया गया। आपरेशन थियेटर में तोड़फोड़ करने के साथ ही अस्पताल के दरवाजे और शीशे भी तोड़ दिए गए। इस बीच उग्र लोगों को शांत कराने पहुंचे एसडीओ मनोज राम के वाहन पर भी पथराव किया गया। जिससे पत्थर सीने में लगने से एसडीओ घायल हो गए। घायल एसडीओ का इलाज मीरगंज स्थिति एक निजी अस्पताल में कराया गया। इस हत्याकांड को लेकर गुरुवार को भी लोगों में काफी आक्रोश रहा। हत्या कांड के विरोध में गुरुवार को हथुआ बाजार बंद रहा। व्यवसायी की हत्या के बाद हुए बवाल को देखते हुए हथुआ बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। कई थाना की पुलिस हथुआ बाजार में कैंप कर रही है।
व्यवसायी को मारी गई थी दो गोली
दवा व्यवसायी सरवर आलम को अपराधी ने दो गोली मारी थी। इस घटना को लेकर मृतक के भाई मोहम्मद जाहिद ने दो अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। मृतक के भाई ने बताया कि घटना के वक्त वे अपने भाई की दुकान के बगल में बैठे थे। उनके भाई सरवर आलम हथुआ गांव निवासी जलालुद्दीन अहमद के पुत्र जफर जमाल तथा मनीछापर गांव निवासी गुलाम अख्तर के पुत्र हुसैन अब्बास के साथ अपनी दुकान में बैठ कर बात कर रहे थे। तभी एक व्यक्ति उनकी दुकान पर पहुंच कर उनके भाई से कुछ पूछताछ करने के बाद पिस्तौल निकाल कर दो गोली मार दिया। गोली मारने बाद अपराधी शनिचरा बाबा स्थल पर मुख्य सड़क पर स्टार्ट बाइक लेकर खड़े एक युवक के साथ बाइक पर बैठ कर फरार हो गया। उन्होंने दो अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए अपने भाई की किसी साजिश के तहत हत्या कराने का आरोप लगाया है।
अनुमंडलीय अस्पताल में पसरा सन्नाटा
व्यवसायी की हत्या के बाद अनुमंडलीय अस्पताल में तोड़फोड़ के बाद गुरुवार को दहशत के मारे चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल नहीं आए। जिससे इस अस्पताल में सन्नाटा पसरा रहा। अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि बुधवार की शाम व्यवसायी की मौत की सूचना मिलने के बाद अचानक उग्र लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दिया। अस्पताल के दरवाजा से लेकर शीश तोड़ दिया गया। आपरेशन थियेटर में तोड़ फोड़ करने के साथ ही सभी उपकरण लूट लिए गए। अस्पताल परिसर में खड़ी एंबुलेंस सहित वाहनों के शीशे तोड़ने के बाद वाहनों को पटल दिया गया। लोगों के उग्र रूप को देखकर चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्य कर्मी वहां से भाग गए। इस दौरान चिकित्सकों के आवास पर भी पथराव किया गया। बुधवार की रात दहशत के बीच बीतने के बाद गुरुवार को चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल नहीं आए। जिससे अस्पताल में गुरुवार को सन्नाटा पसरा रहा।
मनीछापर के चार लोगों की हो चुकी है हत्या
मनी छापर गांव निवासी दवा व्यवसायी सरवर आलम की हत्या से पहले इस गांव के तीन और लोगों की हत्या हो चुकी है। दवा व्यवसायी के साथ ही इन सभी लोगों हत्या हथुआ बाजार में ही हुई थी। बताया जाता है कि 26 मई 2012 को मनीछापर गांव निवासी बीडीसी सदस्य अनिल गुप्ता की आइटीआई मोड़ के समीप हत्या कर दी गई थी। इस गांव के निवासी रामजी प्रसाद की 2003 में गोपाल मंदिर के समीप हत्या की गई थी। 2002 में इस गांव के निवासी विजय राय की जलेबिया मोड़ पर हत्या कर दी गई थी।
निलंबित किए गए हथुआ इंस्पेक्टर
व्यवसायी सरवर आलम की गोली मार कर हत्या करने के बाद पुलिस अधीक्षक रवि रंजन ने तत्काल प्रभाव से हथुआ इंस्पेक्टर प्रिय दत्त को निलंबित कर दिया है। निलंबन के साथ ही इनको जिले से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है।