Sat, 18 Jun 2016
पंचदेवरी में पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिलना अब प्रखंड के नियोजित शिक्षको पर भारी पड़ने लगा है। वेतन नहीं मिलने पर पिछले तीन चार माह तक दुकानदारों से राशन सहित घर गृहस्थी का सामान उधार लेकर शिक्षक किसी तरह अपना काम चला ले रहे थे। लेकिन अब पिछले कई माह से उधार दे रहे दुकानदारों ने भी अपने बकाया पैसे के लिए नियोजित शिक्षकों पर ताना मारना शुरू कर दिया है। राह चलते चलते नियोजित शिक्षकों को टोक कर दुकानदार उनसे पिछला बकाया राशि की मांग
कर रहे हैं। बकाया राशि का भुगतान नहीं मिलने पर दुकानदार नियोजित शिक्षकों को उधार में सामान देने में भी आनाकानी करने लगे हैं। जिससे दुकानदारों का ताना सुन सुन कर परेशान नियोजित शिक्षकों के खाना पर भी आफत आने लगा है। ऐसी स्थित से सबसे अधिक परेशान वे शिक्षक हैं जो बाहर के रहने वाले हैं और किराया के मकान में रहते हैं। प्रखंड के नियोजित शिक्षक बताते हैं कि पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिलने से उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है। वेतन नहीं मिलने पर कुछ महीने तो दुकानदार से राशन पानी लेकर काम चलाया गया। लेकिन अब दुकानदार बकाया भुगतान करने का दबाव बनाते हुए उधार में सामान देने से आनाकानी करने लगे हैं। शिक्षक बताते हैं कि राह चलते दुकानदार उन्हें टोक रहे हैं। जिससे उनका बाजार की तरफ आना जाना भी कठिन हो गया है। उन्होंने बताया कि वेतन भुगतान के लिए कई बार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया गया। लेकिन आज तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया।
शिक्षक संघ के जिला प्रवक्ता ने दिया इस्तीफा : टीइटी एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के जिला प्रवक्ता अनवर हुसैन, जिला महासचिव विवेक प्रताप राव तथा जिला सचिव अभिरंजन त्रिपाठी ने कई शिक्षकों के साथ संघ से सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। अपना इस्तीफा देने के बाद शिक्षक नेताओं ने आरोप लगाया कि संघ के प्रदेश तथा जिला स्तरीय पदाधिकारी आम शिक्षकों के हितों के लिए आवाज उठाने की बजाय शिक्षा विभाग के पदाधिकारियोंकी चापलूसी में लगे हैं। आज शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ संघ के पदाधिकारी आवाज नहीं उठा रहे हैं। वे शिक्षकों के हितों के साथ समझौता कर रहे हैं।