गर्मी के साथ ही आग लगने की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। आग की चपेट में आने से पिछले एक सप्ताह के अंदर ही घर जलने से दर्जनों परिवार बर्बाद हो गए। थोड़ी सी लापरवाही ही इन परिवारों पर भारी पड़ गयी। लेकिन मीरगंज नगर में तो बर्बादी का पूरा इंतजाम पहले से ही मौजूद है। ऐसे में यहां एक चिंगारी ही हजारों लोगों की जान पर आफत बन सकती है। ऐसा इसलिए कि यहां का बाजार घरेलू गैस रिफीलिंग का कारोबारियों से भरा पड़ा है। सघन बस्ती में बसी आबादी और संकरी गलियों से लेकर चौक चौराहों पर घरेलू गैस रिफीलिंग का कारोबार यहां वर्षो से फल-फूल रहा है।
मीरगंज बाजार में प्रवेश करते ही मुख्य मार्ग व गलियों में स्थित गैस रिफलिंग की दुकानें दिखने लगती हैं। इन दुकानों पर खुलेआम बड़े सिलेंडरों से छोटी सिलेंडरों में गैस भरी जाती है। गैस भरे जाने के दौरान गैस की दुर्गध उठती रहती है। ऐसे में कभी भी मीरगंज शहर बड़े हादसे का गवाह बन सकता है। ऐसी बात नहीं कि इस बात की सूचना प्रशासनिक पदाधिकारियों को नहीं है। इसके बाद भी गैस की रिफलिंग को रोकने की दिशा में अबतक कारगर कदम नहीं उठाया जा सका है। ऐसे में इस शहरी क्षेत्र में एक चिंगारी ही कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है।