एक अप्रैल से नई उत्पाद नीति लागू होने जाने से शुक्रवार से मयखाने में मसालेदार शराब नहीं मिलेगी। नई उत्पाद नीति लागू होने को देखते हुए गुरुवार की शाम से देशी शराब को नष्ट करने की काम ं शुरू हो गया। इसके साथ ही अंग्रेजी शराब को जब्त करने की कार्रवाई भी शुरू हो गयी। देशी शराब को नष्ट करने तथा अंग्रेजी शराब को जब्त करने का काम 15 टीमों की देखरेख के किया जा रहा है।
शुक्रवार को नई उत्पाद नीति के लागू होने को देखते हुए उत्पाद विभाग के साथ ही पुलिस भी काफी सक्रिय रही। नई शराब नीति के लागू होने के बाद जिले में अवैध रूप से शराब नहीं पहुंचे इसको लेकर उत्तर प्रदेश की सीमा से लेकर नेपाल जाने वाले रास्ते पर पुलिस ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है। सभी थानाध्यक्षों को अपने अपने क्षेत्र में नई उत्पाद नीति का कड़ाई से पालन करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
शौकिनों ने किया स्टाक, दुकानों से शराब गायब
एक अप्रैल से नई उत्पाद नीति लागू होने को देखते हुए शराब के शौकिनों ने बुधवार से ही शराब का स्टाक जमा करने शुरू कर दिया था। बुधवार की शाम तक अधिकांश अंग्रेजी शराब की दुकानों से शराब गायब हो गयी। हालांकि गुरुवार को अंग्रेजी सहित देश शराब की दुकानें खुली रहीं। लेकिन इन दुकानों में कुछ मंहगे ब्रांड की शराब को छोड़ कर शराब गायब रहीं। देशी शराब के मयखानों में भी सन्नाटा पसरा रहा। शराब के शौकिनों की बातों को मानें तो एक अप्रैल से शराब की दुकानें बंद होने को देखते हुए दो तीन दिन पहले से ही शराब खरीद कर स्टाक करने का सिलसिला शुरू हो गया था। देशी शराब नष्ट करने तथा अंग्रेजी शराब को जब्त करने को देखते हुए शराब के कारोबारियों ने भी शराब को दुकान से हटाकर अलग अलग ठिकानों पर भेजना शुरू कर दिया था। इस धंधे के जानकार बताते हैं कि पुलिस और प्रशासन की असली परीक्षा शुक्रवार से शुरू होगी। दुकानों से हटाकर अलग अलग ठिकानों पर स्टाक की गयी शराब उसके लिए समस्या बनी रहेगी। शराब के कारोबारियों को भी इस बात का अंदाजा है कि दुकानें बंद होने के बाद शराब की मांग बनी रहेगी। जिससे वैध रूप से शराब बेचने से अधिक आमदनी अवैध रूप से बचने पर होगी।