महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम भले ही सरकार ने मजदूरों को साल में सौ दिन के रोजगार की गारंटी के लिए शुरू किया हो, लेकिन इस जिले में साल में एक सौ दिन का रोजगार पाना मुश्किल है। जाब कार्ड धारक कार्ड लिए रोजगार की मांग करते तो हैं, लेकिन उन्हें काम नहीं के बराबर मिलता है। आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि पूरे जिले में सौ दिनों की रोजगार गारंटी स्कीम सफल नहीं हो पा रही है। पिछले वित्तीय वर्ष में केवल 816 लोगों को सौ दिनों का काम मिलना इस बात की सबूत है।
विभागीय सूत्र बताते हैं कि रोजगार गारंटी स्कीम के तहत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बेरोजगार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पूरे जिले में 3,43,596 लोगों के जाब कार्ड बनाए गये हैं। इस कार्ड के सहारे ही लाभूकों को काम दिया जाता है। योजना मद में पर्याप्त राशि भी उपलब्ध होने के बाद भी बेरोजगार लोगों के समक्ष रोजगार के लाले पड़े हुए हैं। यह दशा हरेक प्रखंड की है। सदर प्रखंड से लेकर दूर दराज के प्रखंडों तक की स्थिति एक समान है। हद तो यह कि जिले के कई प्रखंड में एक भी व्यक्ति को सौ दिन का काम उपलब्ध नहीं कराया गया। यह स्थिति तब रही जब इस अवधि में जिले में 40,203 लोगों ने काम की मांग की।
वानिकी योजना से भी नहीं मिला लाभ
सौ दिनों के रोजगार की गारंटी के लिए सामाजिक वानिकी योजना के तहत पौधरोपण करने के बाद लगाये गये पौधों की रक्षा की जिम्मेदारी वन पोषकों को दी गयी। वन पोषक के कार्य में भी मनरेगा के जाब कार्ड धारकों को ही लगाया गया। इस कार्य में करीब चालीस हजार वन पोषक लगाये गये हैं। लेकिन वन पोषकों को लगाये जाने के बाद भी सौ दिनों के रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है।
यहां किसी को नहीं मिला सौ दिन काम
सरकारी स्तर पर तमाम प्रयास के बाद भी जिले के गोपालगंज व विजयीपुर प्रखंड में किसी भी व्यक्ति को सौ दिन का काम नहीं मिल सका। इसके अलावा मांझा, सिधवलिया, बरौली व हथुआ प्रखंड में साठ लोगों को भी सौ दिनों का काम नहीं दिया जा सका।
फिसड्डी रहा विभाग
सौ दिन का काम देने के मामले में ग्रामीण विकास विभाग वर्तमान वित्तीय वर्ष में पूरी तरह से फिसड्डी रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले वित्तीय वर्ष में इस अवधि में 1218 लोगों को सौ दिनों का काम दिया जा चुका था। इस साल यह आंकड़ा मात्र 816 पर सिमट गया है।
कहां कितने को मिला सौ दिनों काम
प्रखंड सौ दिन का काम
गोपालगंज 00
मांझा 40
बरौली 33
सिधवलिया 58
बैकुंठपुर 109
कुचायकोट 124
थावे 20
हथुआ 58
उंचकागांव 36
फुलवरिया 107
भोरे 118
विजयीपुर 00
कटेया 21
पंचदेवरी 92
कुल 816