अब शहरी इलाके के लोगों को सप्लाई के दूषित जल से निजात मिलेगी। नगर परिषद ने शहरी इलाके में दो स्थानों पर पानी टंकी लगाने की तैयारी में जुट गया है। अलावा इसके वैसे वार्ड जहां नए पानी टंकी का पानी नहीं पहुंच सकेगा, वहां छोटे पंप हाउस के माध्यम से सीधे शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगा।
अगले वित्तीय वर्ष में नगर परिषद ने अपने इस प्लान को लागू करने के लिए कमर कस लिया है। अभी नगर परिषद क्षेत्र में लोगों को सप्लाई का पानी ठीक से नहीं मिल पा रहा है। जहां सप्लाई का पानी पहुंचता भी है, वहां के लोगों की शिकायत पानी खराब व दूषित होने की रहती है। ऐसे में नगर परिषद ने शहरी विकास परिषद के तत्वावधान में चिन्हित किये गये इलाके में दो जल मीनार स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत बकायदा प्लान बनाने का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। विभाग के सूत्र बताते हैं कि स्थापित किये जाने वाले पानी टंकी से शहरी इलाके के 10 से 12 वार्ड को सीधे लाभ मिलेगा। अलावा इसके शेष इलाके में शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए दो-दो वार्ड पर पंप हाउस निर्माण कराने की योजना है। इस पंप हाउस के माध्यम से बगैर पानी टंकी के ही सीधे लोगों के घरों में सप्लाई का पानी पहुंचाया जाएगा।
मिशन मोड में होगा काम
नगर परिषद लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए मिशन मोड में कार्य करने का निर्णय लिया है। इसके तहत विभाग ने तेजी से कार्य करने का निर्णय लिया है। नए प्लान पर कार्य करने के लिए जल मीनार के लिए स्थान चयन का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है।
जर्जर पाइप के भरोसे होती है जलापूर्ति
अबतक नगर परिषद क्षेत्र में जर्जर पाइप के सहारे जलापूर्ति की जाती रही है। ऐसे में पिछले एक दशक से लोग जलापूर्ति के पानी से सिर्फ घरों में कपड़ा धोने तथा बर्तन साफ करने का कार्य ही करते थे। नई व्यवस्था लागू होने से लोगों को शुद्ध पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
कहते हैं नप के कार्यपालक पदाधिकारी
नगर परिषद क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए नई योजना पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इस योजना को अगले वित्तीय वर्ष में मूर्त रूप दिया जाएगा। इसके तहत कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।
राजीव रंजन सिन्हा
कार्यपालक पदाधिकारी, नप