अधूरा भवन और इलाज को भी तरस रहे मरीज

हथुआ में पिछले काफी समय से चालीस लाख की लागत से बन रहा भवन अभी तक अधूरा पड़े रहने से मरीज सांसत झेल रहे हैं। अब तो फुलवरिया के लाढ़पुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका रहता है। जिससे यहां आने वाले मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गयी है। हालांकि भवन अधूरा रहने से लेकर मरीजों का ठीक ढंग से इलाज नहीं हो पाने के लिए यहां तैनात चिकित्सकों के अपने अपने तर्क हैं। लेकिन इन तर्क के बीच इलाज को इस अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आने वाले मरीजों को मुसीबतें ही झेलनी पड़ रही है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि कुछ साल पूर्व लाढ़पुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चालीस लाख की लागत से छह शैया के अस्पताल के लिए भवन निर्माण कार्य शुरू किया गया। लेकिन भवन पूरा बना भी नहीं था कि निर्माण कार्य बंद हो गया। ग्रामीण बताते हैं भवन अधूरा पड़ा है और पिछले कई माह से इस स्वास्थ्य केंद्र पर अक्सर ताला भी लटका मिलता है। ग्रामीण बताते हैं कि यहां तैनात चिकित्सक विजय शंकर पाण्डेय, नर्स अर्पिता देवी व आयशा खानम पिछले कई माह से महीने में कभी कभार ही अस्पताल आती हैं। वहीं यहां तैनात नर्स अर्पिता कहती हैं कि विद्यालयों में एक जुलाई से ही छात्रों के स्वास्थ्य जांच के लिए अभियान चल रहा है। यहां तैनात चिकित्सक व नर्स की ड्यूटी भी विद्यालयों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए लगाई गयी है। इस संबंध में पूछे जाने पर फुलवरिया रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डा. केडी प्रसाद बस इतना कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं कि चिकित्सक व कर्मी अगर केंद्र पर नहीं रहते हैं तो यह उनकी कर्तव्यहीनता है। अधूरे भवन को लेकर वे कहते हैं कि जमीन संबंधित विवाद के कारण निर्माण कार्य रुका है।

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