बुआई के समय बीज के लिए भटकने के दिन अब बीतने वाले हैं। किसानों को अब अपने ही गांव में उन्नत प्रभेद के बीज आसानी से मिल जाएगी। सरकार ने उन्नत प्रभेद के बीज गांवों में तैयार की जाए, इसकी कवायद तेज कर दी है। इस कवायद के तहत जिले के 1559 राजस्व गांव के दो किसानों को गेहूं तथा 1460 गांवों में चना के उन्नत प्रभेद के आधार बीज दिया भी जाने लगा है। ये किसान इस आधार बीज को लगाकर उन्नत प्रभेद के बीच तैयार करेंगे और अपने की गांव में तैयार बीज से अन्य किसान अपनी खेतों में गेहूं से लेकर चना की फसल लहलहाएंगे।
खेती से सूबे की खुशहाली तलाश रही सरकार ने खेती के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की है। पिछले कुछ सालों से उन्नत तरीके से खेती करने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और कृषि यंत्रो पर अनुदान भी मिल रहा है। पर, उन्नत प्रभेद के बीज की कमी परेशानी का कारण बनी रही। लेकिन अब, शायद ऐसा न हो। सरकार ने गांवों उन्नत प्रभेद के बीज तैयार करने की पहले तेज कर दी है। जिला कृषि पदाधिकारी डा. वेद नारायण सिंह बताते हैं कि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार कार्यक्रम के तहत जिले में गेहूं से लेकर चना के उन्नत बीज तैयार करने की पहल की गयी है। इसके लिए किसानों का चयन भी कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले के 1559 राजस्व गांवों में दो दो किसानों को आधार बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इन चयनित किसानों को आधा एकड़ में उन्नत प्रभेद के गेहूं के बीज तैयार करने के लिए 20 किलो आधार बीज नब्बे प्रतिशत अनुदान पर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गेहूं के साथ चना तथा मसूर के बीज के लिए भी किसानों का चयन किया गया है। जिले के 1460 राजस्व गांव में दो दो किसानों को चना के चार किलो आधार बीज तथा इतने ही राजस्व गांव में दो दो किसानों को आठ किलो मसूर का बीज अनुदान पर दिया जा रहा है। ये चयनित किसान आधार बीज से उन्नत प्रभेद के बीज तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार की इस योजना से जिले के सभी किसानों को उनके ही गांव के आसपास उन्नत बीज आसानी से मिल जाएगी। बीज प्रमाणित होगा और इससे फसलों की अच्छी पैदावार भी होगी। उन्होंने बताया कि चयनित किसान बीजोत्पादन कर सकें, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा चुका है। ऐसे में अब कुछ समय की ही बात है, गांव गांव में उन्नत प्रभेद के बीच तैयार हो जाएंगे और अपने की गांव में तैयार बीज से किसान अपनी खेतों में फसल लहलहाएंगे।