उचकागांव: मारपीट में घायल वृद्ध की मौत, बंकीखाल में फिर तनाव

उचकागांव थाना क्षेत्र के बंकीखाल गांव में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में घायल एक वृद्ध की मौत हो जाने से फिर से तनाव बढ़ गया है। मारपीट में घायल वृद्ध का इलाज मीरगंज नगर में स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था। इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ने पर चिकित्सक ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर ले जाते समय रास्ते में ही वृद्ध ने दमतोड़ दिया। वृद्ध की मौत के बाद गांव में बढ़े तनाव को देखते हुए पुलिस सतर्क हो गई है। सभी आरोपित घर छोड़ कर फरार हो गए हैं। पुलिस फरार आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
बीते शनिवार को बंकीखाल गांव में आपसी विवाद को लेकर धर्मनाथ तिवारी तथा रविंद्र तिवारी के परिवार के सदस्य आपस में भिड़ गए थे। इस दौरान लाठी डंडा से हमला कर नौ लोगों को लहूलुहान कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल 65 वर्षीय प्रभुनाथ तिवारी को परिजनों ने इलाज के लिए मीरगंज नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इस घटना को लेकर दोनों पक्ष के आवेदन पर पुलिस ने 27 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बताया जाता है कि इसी बीच घायल प्रभुनाथ तिवारी की हालत बिगड़ गई। जिसे देखते हुए चिकित्सक ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। लेकिन गोरखपुर ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि घायल वृद्ध की मौत से बंकीखाल गांव में एक बार फिर से तनाव उत्पन्न हो गया है। जिसे देखते हुए पुलिस सतर्क हो गई है। इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा ने कहा कि फरार आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी अभियान चला रही है। जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जान देकर चुकानी पड़ी पंचायती की कीमत
 थाना क्षेत्र के बंकीखाल गांव में दो पक्षों कें बीच हुई मारपीट मामले में पंचायती करना 65 वर्षीय प्रभुनाथ तिवारी को महंगा पड गया। उन्हें इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ी।
 बताया जाता है कि बंकीखाल गांव में दीपावली कें दिन कुछ लोग जुआ खेल रहे थे। जिसमें कन्हैया तिवारी नाम का युवक सौ रुपया जुआ में हार गया था। जिसे वह चुकाने में वह असमर्थ था। रुपया नहीं चुकाने रंज होकर इसी गांव के संजीव तिवारी, धनजीव तिवारी, ललन तिवारी, कुनाल सहित आधा दर्जन लोगों ने कन्हैया तिवारी की पिटाई कर दी थी। इस मामले में कन्हैया तिवारी ने थाने में आवेदन दिया था। लेकिन युवकों के भविष्य को देखते हुए प्रभुनाथ तिवारी ने अपने भाई धर्मनाथ तिवारी के साथ मिलकर मामला खत्म करने के लिए दोनो पक्षों के बीच पंचायती कराई। हालांकि इसी बीच थाने में कन्हैया तिवारी के आवेदन पर मामला दर्ज हो गया। मामला दर्ज होने के बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने शनिवार की सुबह लगभग ब्रहमस्थान के समीप स्थित बथान में अकेला पाकर धर्मनाथ तिवारी पर हमला कर दिया था। इसकी जानकारी मिलने पर बारी बारी से वहां पहुंच भाई प्रभुनाथ तिवारी, भतीजा अनील तिवारी, धीरज तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, विजयशंकर तिवारी सहित नौ लोगों को लहूलुहान कर दिया गया। घायलों का इलाज अनुमंडलीय अस्पताल हथुआ में कराया गया। लेकिन घायल प्रभुनाथ तिवारी की हालत गंभीर देख उन्हें मीरगंज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां स्थिति बिगड़ने पर चिकित्सक ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर ले जाते समय वृद्ध की रास्ते में ही मौत हो गई। मारपीट में घायल वृद्ध की मौत से बंकीखाल गांव में फिर से तनाव उत्पन्न हो गया है। पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।

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