यह वाकया आपके सिर को चकरा देगा. शायद आप भी यकीन नहीं करेंगे, लेकिन बात सोलह आने सच है. आपके घर में बच्चे जिस प्लास्टिक के बने पिस्तौल वाले खिलौने से खेला करते हैं. उसी खिलौना वाली पिस्तौल के साथ एक युवक को हथुआ की पुलिस ने गिरफ्तार कर आर्म्स एक्ट में जेल भेज दिया. पुलिस की यह कार्रवाई समाज और कानून दोनों का गला घोंटने वाली है. पुलिस की कार्रवाई से लोगों का भरोसा उठने लगा है.
वहीं सीजेएम विश्वविभूति गुप्ता के कोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया है. क्या प्लास्टिक की पिस्तौल (खिलौना) बरामद होने पर आर्म्स एक्ट लग सकता है. कोर्ट के रुख से पुलिस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. कोर्ट को पुलिस के चार्जशीट का इंतजार है. पुलिस ने तीन माह बीत जाने के बाद भी चार्जशीट नहीं सौंपा है.
हथुआ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए अधिवक्ता जयंत गिरि ने कोर्ट को बताया है कि सर, पुलिस ने इसमें फंसाने के लिए आर्म्स एक्ट लगा कर कैरियर खराब करने का काम किया है. पुलिस घर में छापेमारी कर रतनचक के रहनेवाले शक्ति राम को ले गयी, जहां से प्लास्टिक का खिलौना बरामद हुआ था. पुलिस ने शक्ति राम पर भी अार्म्स एक्ट लगा कर उसे जेल भेज दिया. वह तीन माह से सभी जेल में है. हथुआ के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विमल कुमार सिंह ने इस कांड में दावा किया है कि 28 जून, 2017 को जब वे पुलिस बल के साथ एक कांड के अनुसंधान में जा रहे थे,
तभी हथुआ पावर स्टेशन के समीप नहर की पटरी पर कुछ अपराधी अपराध की योजना बना रहे थे. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें रतनचक के रहनेवाले शक्ति राम, मंटू राम, मछागर जगदीश के विवेक पुरी, फुलवरिया थाने के सेलारखुर्द के अभिषेक कुमार शामिल हैं. शक्ति राम के पास से पुलिस को चाइना की बनी प्लास्टिक की पिस्तौल (खिलौना), माइक्रोमैक्स का मोबाइल मिला, विवेक पुरी के पास से देसी पिस्तौल, गोली, मंटू राम के पास से तीन गोलियां, जबकि अभिषेक के पास से देसी पिस्तौल की गोली आदि बरामद हुई थी.
मेड इन चाइना के खिलौना वाली पिस्तौल हुई थी जब्त
कॉमन केस होने से लगा आर्म्स एक्ट : पुलिस
अपराध की योजना बनाते हुए चारों पकड़े गये. दो लोगों के पास से हथियार मिला. शक्ति राम के पास से प्लास्टिक का हथियार मिला. जब्ती सूची में प्लास्टिक का हथियार लिखा हुआ है. जब ट्रायल शुरू होगा, तो स्वाभाविक रूप से उस पर आर्म्स एक्ट का आरोप फ्रेम नहीं होगा. केस कॉमन है.
विमल कुमार, इंस्पेक्टर, हथुआ थाना
क्या कहते हैं कानूनविद
हथुआ पुलिस की कार्रवाई से समाज में बुरा प्रभाव पड़ेगा. प्लास्टिक के खिलौना मिलने पर आर्म्स एक्ट लगाना अपराध से कम नहीं है. पुलिस ने खुद अपराध किया है. ऐसे पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए. पुलिस निष्पक्ष होकर कार्रवाई करे. यहां तो घर से गिरफ्तार कर निर्दोष को भी अपराधी बना दिया जा रहा है.
शैलेश तिवारी, अध्यक्ष, विधिज्ञ संघ, गोपालगंज