कुचायकोट के भठवां मोड़ पर एनएच 28 पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण करने गए सीओ अनिल कुमार को ग्रामीणों के विरोध का सामना करने पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने सीओ के साथ ही एनएच के प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज पाण्डेय तथा सड़क निर्माण कंपनी पुंजलैण्ड के प्रोजेक्ट मैनेजर अनिल सोरेन को बंधक बनाया लिया। ग्रामीण अधिग्रहित की जा रही जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलने का आरोप लगा रहे थे। उन्होंने उचित मुआवजा मिलने तक किसी भी कीमत पर जमीन का अधिग्रहण नहीं होने देने की ऐलान किया। हालांकि बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझा कर शांत कराया। ग्रामीणों के विरोध के चलते एनएच पर डेढ़ घंटे तक आवागमन ठप रहा।
बताया जाता है कि भठवां मोड़ पर एनएच पर ओवरब्रिज का निर्माण करना है। सोमवार को सीओ के साथ एनएच के प्रोजेक्ट मैनेजर तथा सड़क निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर बुलडोजर तथा अन्य मशीन लेकर जमीन पर अधिग्रहण करने के लिए भठवां मोड़ पर पहुंचे। लेकिन अधिकारियों के जमीन अधिग्रहण करने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में रोष फैल गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने सीओ तथा प्रोजेक्ट मैनेजर को बंधक बनाया लिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी भी शुरू हो गई। ग्रामीणों की एक टोली ने एनएच को भी जाम कर दिया। जिससे एनएच पर वाहनों की कतारें लग गईं। ग्रामीणों का आरोप था कि जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिला है। जब तक उचित मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक जमीन का अधिग्रहण नहीं करने देंगे। ग्रामीणों ने डेढ़ घंटे तक सीओ को बंधक बनाए रख। हालांकि बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझा कर शांत कराया। इसके बाद सीओ तथा अन्य पदाधिकारी जमीन का अधिग्रहण किए बिना वापस लौट गए।