गुरुवार को एक तरफ लोग दुर्गा पूजा के उल्लास में थे तो दूसरी तरफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पैतृक गांव फुलवरिया प्रखंड के ग्रामीणों में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर उबाल था। गुरुवार को बिजली कटौती से आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों ने फुलवरिया पावर सब स्टेशन परिसर में आगजनी कर जमकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने सड़क भी जाम कर दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा विद्युत मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी होती रही। इसी बीच सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष प्रेमनाथ राय के साथ पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। हालांकि बाद में विद्युत विभाग के एसडीओ जितेंद्र कुमार से थानाध्यक्ष ने फोन पर बात की। एसडीओ ने 13 अक्टूबर तक पावर सब स्टेशन के पांच फीडर को चालू कर बिजली की व्यवस्था में सुधार करने का आश्वासन दिया। इस आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हो गए।
बताया जाता है कि बिजली कटौती से आक्रोशित ग्रामीण गुरुवार को पावर सब स्टेशन पहुंच गए। ग्रामीणों ने पावर सब स्टेशन परिसर में आगजनी कर उधर से गुजर रही सड़क को जाम कर दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री तथा विद्युत मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी होती रही। ग्रामीणों का कहना था कि बीते एक महीने से बिजली आपूर्ति में विभाग द्वारा शिथिलता बढ़ती जा रही है। थानाध्यक्ष प्रेमनाथ राय पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने बुझाने लगे। लेकिन पुलिस को भी ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। प्रदर्शन में मोहम्मद आरिफ हुसैन, सोनू आलम, सुमंत कुमार सिंह, बब्लू कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह, हरेंद्र यादव, महेश कुमार यादव, परशुराम कुमार, बजरंगी सिंह, दिनेश राम सहित काफी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।