45 लाख के घोटाला में फंसे पूर्व मुखिया

मांझा प्रखंड के मांझा पूर्वी पंचायत के पूर्व मुखिया तथा पंचायत सचिव 45 लाख रुपये का घोटाला करने के मामले में फंस गए हैं। मांझा पूर्वी पंचायत में 2011-16 कार्यकाल के दौरान 45 लाख के घोटाला करने का मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी राहुल कुमार के आदेश पर बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने थाना में पूर्व मुखिया रफत जहां तथा पंचायत सचिव सुभाष शुक्ला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।
बताया जाता है कि मांझा पूर्वी पंचायत में विभिन्न योजनाओं के तहत कराए गए कार्यो में घोटाला करने की शिकायत जिलाधिकारी को मिली थी। इसके बाद डीएम ने जांच करने का आदेश दिया था। जांच शुरू होने के बाद परत दर परत घोटाले का खुलासा होता गया। कई सड़कों को बिना पूरा कराए ही राशि की निकासी कर ली गई थी। लंगटुहाता तथा सुदा साह के टोला में तो बीआरजीएफ मद से कार्य को शुरू भी नहीं कराया गया और लाखों की राशि निकासी कर ली गई। बताया जाता है कि जांच में घोटाला सामने आने के बाद डीएम ने पूर्व मुखिया तथा पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया था। लेकिन इसी बीच मुखिया ने पुन: जांच कराने की मांग को लेकर पंचायती राज मंत्री को आवेदन दिया। इसके बाद डीएम ने डीडीसी दयानंद मिश्रा से मामले की जांच कराई। डीडीसी की जांच में भी योजनाओं में 45 लाख रुपये का घोटाला करने का मामला सामने आया। इस संबंध में बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने बताया कि जांच में घोटाला का मामला सही पाए जाने के बाद जिलाधिकारी ने प्राथमिक दर्ज कराने का आदेश दिया। डीएम के आदेश पर पूर्व मुखिया तथा पंचायत सचिव के खिलाफ बीडीओ ने थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसमें 44 लाख 77 हजार 845 रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया गया है। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

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