जनसेवा एक्सप्रेस में 300 किमी सफर करती रही लाश, गोपालगंज निवासी के रूप में हुई मृतक की पहचान

ट्रेन में यात्रियों के साथ एक लाश ने भी लगभग तीन सौ से ज्यादा किलोमीटर तक सफर किया. इस दौरान रेल पुलिस सूचना के बावजूद लापरवाह बनी रही. अंत में ट्रेन सहरसा पहुंची और जीआरपी ने शव को उतारा, तो लोगों ने राहत की सांस ली.
रेलवे की संवेदनहीनता की यह तसवीर सोमवार को 15210 अमृतसर-सहरसा जनसेवा एक्सप्रेस में देखने को मिली. जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल बोगी में गोपालगंज के एक यात्री की मौत हो गयी. इसकी शिकायत रेल पुलिस व रेल कर्मचारियों से की गयी. लेकिन, किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया और लाश ट्रेन में सफर करती रही. यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में शव होने की खबर छपरा, सोनपुर, हाजीपुर, बरौनी, खगड़िया में भी रेल पुलिस को दी गयी. लेकिन, सभी ने इसे नजरंदाज कर दिया.
अंतत: यात्रियों ने मानसी के पास बदबू आने के बाद उस डिब्बे को खाली कर दिया. हालांकि, पूरी ट्रेन की स्थिति ऐसी थी कि ट्रेन के सभी बोगी यात्रियों से भरे थे. लेकिन, रेल पुलिस की सुस्ती और शव की बदबू की वजह से यात्रियों ने शव वाले बोगी को खाली कर दिया. वहीं, सोमवार रात दस बजे के करीब जब ट्रेन सात घंटे लेट सिमरी बख्तियारपुर पहुंची, तो यात्रियों ने मीडिया को इसकी सूचना दी. इसके बाद मीडिया ने रेल पुलिस को ट्रेन के बोगी में शव होने की सूचना दी. इसके बाद रात साढ़े दस बजे जनसेवा एक्सप्रेस सहरसा पहुंची और शव को ट्रेन से उतारा गया. इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर अर्जुन प्रसाद ने बताया कि शव को ट्रेन से उतार लिया गया है. जानकारी के अनुसार, मृतक गोपालगंज का रहनेवाला है. उन्होंने बताया कि शव के पास मिले मोबाइल से परिजनों से संपर्क किया जा रहा है.

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