गोपालगंज के युवक की हत्या कर उसका शव छोटी गंडक नदी में
फेंका हुआ मिला. शव देवरिया के बैकुंठपुर पुल के समीप गंडक नदी के
किनारे पड़ा था. घटना की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने शव
पोस्टमार्टम देने से इंकार करते हुए हंगामा कर दिया है. ये लोग मौके
पर एसपी को बुलाने की मांग कर रहे हैं.
बताया जाता है की गोपालगंज जिला के विजयीपुर थाना
क्षेत्र के करमटार गांव निवासी जय प्रकाश तिवारी के 25
वर्षीय पुत्र विकास तिवारी अपने एक दोस्त के साथ रविवार को
घर से निकला था। देर रात तक घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसके
मोबाइल पर फोन करने लगे। लेकिन वह स्वीच आफ बता रहा था।
सोमवार की सुबह विकास का शव देवरिया के बैकुंठपुर गांव के
समीप छोटी गंडक नदी के किनारे मिला। शव का आधा हिस्सा
पानी में व आधा बाहर था, उसकी नॉक में रुई ठूंसी हुई थी और गले
पर जख्म था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की
जानकारी होते ही परिजन बैकुंठपुर पहुंचे और पुलिस से शव को
छीनकर हंगामा करने लगे। वह आला पुलिस अधिकारी को मौके पर
बुलाने की मांग कर रहे थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकास तिवारी विजयीपुर
के पूर्व उपप्रमुख अरुण तिवारी के भतीजा है एवं उसके पिता
आबकारी विभाग में तैनात है। विकास तिवारी पर पूर्व से ही कई
मुकदमे दर्ज थे। विकास के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की
धमकी देने का देवरिया कोतवाली, बघौचघाट और विजयीपुर में
करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
फेंका हुआ मिला. शव देवरिया के बैकुंठपुर पुल के समीप गंडक नदी के
किनारे पड़ा था. घटना की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने शव
पोस्टमार्टम देने से इंकार करते हुए हंगामा कर दिया है. ये लोग मौके
पर एसपी को बुलाने की मांग कर रहे हैं.
बताया जाता है की गोपालगंज जिला के विजयीपुर थाना
क्षेत्र के करमटार गांव निवासी जय प्रकाश तिवारी के 25
वर्षीय पुत्र विकास तिवारी अपने एक दोस्त के साथ रविवार को
घर से निकला था। देर रात तक घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसके
मोबाइल पर फोन करने लगे। लेकिन वह स्वीच आफ बता रहा था।
सोमवार की सुबह विकास का शव देवरिया के बैकुंठपुर गांव के
समीप छोटी गंडक नदी के किनारे मिला। शव का आधा हिस्सा
पानी में व आधा बाहर था, उसकी नॉक में रुई ठूंसी हुई थी और गले
पर जख्म था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की
जानकारी होते ही परिजन बैकुंठपुर पहुंचे और पुलिस से शव को
छीनकर हंगामा करने लगे। वह आला पुलिस अधिकारी को मौके पर
बुलाने की मांग कर रहे थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकास तिवारी विजयीपुर
के पूर्व उपप्रमुख अरुण तिवारी के भतीजा है एवं उसके पिता
आबकारी विभाग में तैनात है। विकास तिवारी पर पूर्व से ही कई
मुकदमे दर्ज थे। विकास के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की
धमकी देने का देवरिया कोतवाली, बघौचघाट और विजयीपुर में
करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।