Fri, 19 May 2017 03:05 AM (IST)
मंाझा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी अलाउद्दीन को अपनी बेटी के अपहरण को लेकर दर्ज कराई गई प्राथमिकी वापस नहीं लेने पर गोली मारी गई थी। इस ग्रामीण की बेटी का तीन साल पहले गांव के ही एक युवक ने अपहरण कर लिया था। जिसको लेकर उन्होंने अपने ही गांव के निवासी औरंगजेब के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद इधर ग्रामीण पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन उन्होंने मुकदमा वापस लेने से इन्कार कर दिया था। बुधवार की रात शौच के लिए जाते समय ग्रामीण को पिपरा पुल के पास गोली मार दी गई। सीने में गोली लगने से गंभीर हालत में ग्रामीण का गोरखपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीने में गोली लगने के कारण उनकी स्थिति नाजुक है। इसी बीच घायल के बयान पर पुलिस पिपरा गांव निवासी औरंगजेब के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
मंाझा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी अलाउद्दीन को अपनी बेटी के अपहरण को लेकर दर्ज कराई गई प्राथमिकी वापस नहीं लेने पर गोली मारी गई थी। इस ग्रामीण की बेटी का तीन साल पहले गांव के ही एक युवक ने अपहरण कर लिया था। जिसको लेकर उन्होंने अपने ही गांव के निवासी औरंगजेब के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद इधर ग्रामीण पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन उन्होंने मुकदमा वापस लेने से इन्कार कर दिया था। बुधवार की रात शौच के लिए जाते समय ग्रामीण को पिपरा पुल के पास गोली मार दी गई। सीने में गोली लगने से गंभीर हालत में ग्रामीण का गोरखपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीने में गोली लगने के कारण उनकी स्थिति नाजुक है। इसी बीच घायल के बयान पर पुलिस पिपरा गांव निवासी औरंगजेब के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
बता दे कि बुधवार की रात मांझा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी अलाउद्दीन हवारी शौच के लिए खेत की तरफ जा रहे थे। अभी ये गांव से कुछ दूर स्थित पिपरा पुल के समीप पहुंचे ही थे कि पूर्व से घात लगाकर बैठे अपराधियों ने इन्हें गोली मार दिया। सीने में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल ग्रामीण को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। लेकिन उनकी हालत गंभीर देख चिकित्सक ने उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने भी घायल की नाजुक हालत देखकर उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। इसी बीच घायल ने पुलिस को दिए गए अपने बयान में बताया कि उनके ही गांव के निवासी औरंगजेब ने उन्हें गोली मारी है।
बताया जाता है कि तीन साल अलाउद्दीन की बेटी का अपहरण कर लिया गया था। इस घटना को लेकर उन्हें औरंगजेब के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इधर दर्ज कराई गई प्राथमिकी को वापस लेने के लिए ग्रामीण पर दबाव बनाया जा रहा था।