Mon, 20March 2017
रविवार को सदर अस्पताल में अजब का नजारा दिखा। दो लोगों का एक ही बेड पर इलाज हो रहा था। दोनों के हाथों में हथकड़ी। हथकड़ी देखकर स्वभाविक रुप से अंदाजा लगाया जा सकता था कि दोनों किसी आपराधिक मामले में आरोपी हैं। बावजूद इसके इनके आसपास ना ही कोई जवान था और ना ही चौकीदार। जब इस मामले की पड़ताल की गई तो पता चला कि हथकड़ी में इलाज करा रहे लोग आपस में पिता-पुत्र हैं तथा दोनों हत्या कांड में आरोपी हैं। लेकिन हथकड़ी में इलाज किए जाने व संगीन आपराधिक मामले के आरोपी को अस्पताल के बेड पर छोड़े जाने की इस घटना में पुलिस की तमाम व्यवस्था की कलई को जरूर खोल दिया।
जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बनौरा गांव में शनिवार को दो पक्ष के बीच हुई मारपीट की घटना में एक वृद्ध की मौत हो गई थी। इसी आपराधिक मामले में पुलिस ने बनौरा गांव के ही हिरालाल राय व उनके पुत्र देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों के भी मारपीट में घायल होने के कारण उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में लाया गया। दोनों को अस्पताल लाए जाने के बाद उनके साथ चल रहे पुलिस कर्मी व सुरक्षा को तैनात जवान अपनी ड्यूटी भूल गए। पहले तो नियमों के विरुद्ध दोनों आरोपियों को हथकड़ी में ही इलाज कराने को विवश किया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बैकुठंपुर थाना क्षेत्र के बनौरा गांव निवासी रद्युवर राय व हिरालाल राय के बीच जमीनी विवाद को लेकर शनिवार को मारपीट हुई। मारपीट के दौरान दोनों पक्ष के लोगों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया। इस घटना में रघुबर राय की मौत हो गई थी। कैदी की हथकड़ी में इलाज कराए जाने के संबंध में बैकुंठपुर थानाध्यक्ष से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नही उठाया।
क्या कहते है मुख्यालय डीएसपी
मुझे इस बात की जानकारी नही है कि गिरफ्तार आरोपियों का हथकड़ी लगा कर इलाज कराया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ है तो इसका क्या कारण है उसके बारे में पता किया जा रहा है।