Fri, 24March 2017
गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित सेंट्रल बैंक की शाखा में रुपये की निकासी करने आए एक युवक को वहां पहुंचे एक पुलिस कर्मी ने थप्पड़ जड़ कर पिटाई शुरू कर दी। जिसे देख कर बैंक में आए लोग उग्र हो गए। उग्र लोगों ने युवक की पिटाई करने वाले पुलिस कर्मी को मारने पीटने के लिए खदेड़ लिया। हालांकि पुलिस कर्मी लोगों को उग्र होते देख वहां से भाग निकला। पुलिस कर्मी के वहां से भाग जाने के बाद उग्र लोग उस पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। हालांकि बाद में बैंक के गेट के पास हंगामा करने की सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष रामसेवक रावत ने लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया।
बताया जाता है कि प्रखंड मुख्यालय स्थित सेंट्रल बैंक की शाखा पिछले काफी समय से कैश की कमी से जूझ रही है। खाताधारी प्रतिदिन रुपये की निकासी के लिए इस बैंक में आ रहे हैं। लेकिन उन्हें निराश होकर लौटना पड़ रहा है। गुरुवार को भी इस बैंक में लोगों की भीड़ लगी थी। लोग बैंक पहुंचे तो देखा कि पैसा नहीं है की नोटिस चिपकाई गई है। पिछले चार दिन से रुपया की निकासी नहीं होने से लोगों में काफी रोष भी था। लोग बैंक के गेट के पास बाहर खड़े होकर आपस में बातचीत कर अपना रोष प्रकट करने लगे। इसी बीच थाना से एक पुलिस कर्मी वहां पहुंचा तथा गेट के बाहर खड़े फुलवरिया निवासी निजामुद्दीन नामक युवक को थप्पड़ जड़ते हुए डंडे से पिटाई कर दिया। जिससे लोग उग्र हो गए। लोगों तथा बैंक में आई महिलाओं ने पुलिस कर्मी को मारने के लिए दौड़ा दिया। हालांकि पुलिस कर्मी लोगों के उग्र रूप को देखकर किसी तरह से वहां से बचकर भाग निकला। बताया जाता है कि पुलिस कर्मी के भागने के बाद उग्र लोग उस पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। हालांकि बाद में सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष ने लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
बैंक से पैसा नहीं मिलने के कारण खाताधारी हंगामा कर रहे थे। इसी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर खाताधारियों को समझाकर शांत करा दिया गया। पुलिस कर्मी द्वारा युवक को पीटने का आरोप बेबुनियाद है।
रामसेवक रावत, मांझा थानाध्यक्ष
क्या कहते हैं बैंक कर्मी
सेंट्रल बैंक के कर्मियों ने बताया कि कैश की कमी के कारण खाताधारियों का भुगतान करने में दिक्कत आ रही है। गुरुवार को भी कैश नहीं होने के कारण नोटिस चिपकाया गया था। ताकि खाताधारियों को बेवजह लाइन में नहीं लगना पड़े।