एक महिला मजदूर की थोड़ी सी लापरवाही किसानों पर भारी पड़ गयी। थाना क्षेत्र के माड़र गांव के पश्चिम स्थिति गेहूं के खेत में एक महिला मजदूर ने बीड़ी पीकर फेंक दिया। जिससे गेहूं की फसल में आग लग गयी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की लपटें देख ग्रामीण इसकी सूचना फायर बिग्रेड को देते हुए आग बुझाने में जुट गए। लेकिन काफी प्रयास के बाद ग्रामीणों ने आग पर जबतक काबू पाया तब तक तीस एकड़ खेत में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी। इस बीच आग बुझाने के आधा घंटे बाद दमकल के साथ फायर बिग्रेड के कर्मी भी वहां पहुंचे।
बताया जाता है कि मंगलवार को माड़र गांव के पश्चिम स्थिति खेत के समीप बैठ कर एक महिला मजदूर बीड़ी पी रही थी। बीड़ी पीने के बाद उसके बचे टुकड़े को उसने गेहूं की खेत में फेंक दिया। जिससे गेहूं की फसल में आग लग गयी। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। आग की लपटें देख ग्रामीण इसकी सूचना फायर बिग्रेड को देते हुए आग बुझाने में जुट गए। लेकिन काफी प्रयास के बाद ग्रामीणों ने आग पर जब काबू तक काबू पाया तब तक किसान जगदीश सेठ की सात एकड़ में लगी गेहूं सहित तीस एकड़ खेत में लगी गेहूं की फसल जल कर नष्ट हो गयी। इस बीच आग बुझने के आधा घंटे बाद दमकल के साथ फायर बिग्रेड के कर्मी भी वहां पहुंचे। जिनकी फसल जली है उनमें जगदीश सेठ, राम ईश्वर ठाकुर, राम बालक ठाकुर, कुशेश्वर कुमार तिवारी, किशोर तिवारी, श्रीकिशुन मिश्र, प्रदुमन तिवारी, किशोर खटिक, सुदामा यादव, छट्ठू यादव, राजधारी यादव, जनकधारी यादव, बल्लू खटिक आदि किसान शामिल हैं।