कुचायकोट प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बघउच में दो कमरों में तीन सौ से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे है। स्थिति यह है कि कमरे के साथ इस विद्यालय के प्रांगण में भी बच्चों को बैठने तक की जगह नहीं मिलती है। विद्यालय में तीन सौ से अधिक बच्चे नामांकित है और सात शिक्षक विद्यालय में कार्यरत है। लेकिन आधारभूत संरचना के कमी के कारण छात्र छात्राओं को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। यहां तक बच्चों के मध्याह्न भोजना योजना भी खुले परिसर से संचालित होती है। खुले में ही बच्चों का भोजन बनता है और तमाम बच्चे बाहर ही खाना खाते है। इधर गर्मी बढ़ने के साथ ही बच्चों और शिक्षकों की दिक्कतें बढ़ने लगती है। स्कूल में जगह नहीं होने से कई बच्चे दूसरे विद्यालय में पढ़ाई करने लगे हैं। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामाजी तिवारी का कहना है कि विद्यालय में कमरों के अभाव में बच्चों को दिक्कत सहने की बात सहीं है। लेकिन विद्यालय परिसर में जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण भवन का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। सर्व शिक्षा अभियान के पदाधिकारी जगह के अभाव में भवन नहीं बन पा रहे हैं। जिससे बच्चों का पढ़ाई बाधित हो रही है। बच्चों का मध्याह्न भोजन भी खुले में बनाये जाने से हमेशा किसी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। हालांकि विशेष चौकसी के साथ मध्यह्नान भोजन बनाकर बच्चों को खिलाया जाता है।