एसीपी सहित अन्य मांगे पूरी नहीं होने से आक्रोशित बिहार राज्य दफादार- चौकीदार पंचायत ने बुधवार को शहर के अंबेडकर चौक के समीप धरना देकर जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। धरना को संबोधित करते हुए राज्य सचिव डा.संत सिंह ने कहा कि दफादार चौकीदारों को 26 साल बाद भी एसीपी का लाभ नहीं मिल पाया है। इस बीच कितने चौकीदार सेवानिवृत्त हो गए और कितने स्वर्ग सिधार गए। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार गृह आरक्षी विभाग ने 1992 में ही दफादार चौकीदारों को स्वयं हाजिरी बनाने तथा यात्रा भत्ता देने का निर्देश दिया था। लेकिन इस आदेश के 24 साल बाद भी जिला प्रशासन की उपेक्षा के कारण दफादार चौकीदारों की हाजिरी थाना प्रभारी बनाते हैं। अभी तक यात्रा भत्ता तथा ठहराव भत्ता का लाभ भी नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि आज भी प्रतिमाह वेतन देने की जगह चौकीदारों को तीन चार माह बाद वेतन का भुगतान किया जा रहा है। अपने संबोधन में जिलाध्यक्ष दीनानाथ मांझी ने कहा कि जिला प्रशासन ने आज तक दफादार चौकीदारों के आश्रितों की बहाली नहीं की गयी। जब तक आश्रितों की बहाली नहीं की जाती तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। धरना देने वालों में धर्मनाथ प्रसाद यादव, बैरिस्टर यादव, विरेंद्र राय, सत्यनारायण राम, राजेश यादव, उमेश सिंह, मुन्ना सिंह, ऋषिदेव शुक्ल, सुरेश मांझी, मुंशी अली, कलीम अहमद, जैनुद्दीन अहमद, ललन चौधरी, नगीना गद्दी, धमर्ेंद्र सिंह, संजय यादव, कोमल भगत, बलेश यादव, अशोक राय, गनपत खटिक, श्रीनिवास मांझी, प्रभु यादव, लक्ष्मण मांझी, अमला सिंह सहित काफी संख्या में दफादार चौकीदार शामिल रहे।