गेहूं की सिंचाई के बाद निकाल लें खर पतवार

अगर गेहूं की बुआई करने के 25 दिन बीत गए हैं तो दूसरी सिंचाई जरूरी है। इससे गेहूं के पौधे में तेजी से कल्ले निकलते हैं। जिससे आगे चलकर अच्छी पैदावार मिलती है। सिंचाई के बाद अगर खेत में खर पतवार है तो उसे भी निकल लें। इससे पौधे की वृद्धि तेज होगी और गेहूं के पौधे लहलहा उठेंगे।

धान की फसल बर्बाद होने के बाद अब जिला कृषि विभाग उसकी भरपाई गेहूं की अधिक पैदावार से करने की कवायद में जुटा हुआ है। इसके लिए गेहूं की खेती करने वाले किसानों को उन्नत किस्म के बीज दिए गए और साथ में अपनी देखरेख में इस विधि से गेहूं की बुआई करने की पहल की गयी। पर, इस सभी कवायद के साथ ही किसानों को भी भरपूर पैदावार के लिए कुछ पहल करनी होगी। उन्हें समय से सिंचाई करने के साथ ही खाद भी डालना होगा। इसमें चूक आगे चल कर कम उपज के रूप में सामने आ सकता है। जिला कृषि पदाधिकारी डा.वेद नारायण सिंह बताते हैं कि गेहूं की बुआई के 15 दिन पर पहली सिंचाई करने के बाद बुआई के 25 दिन बाद दूसरी सिंचाई जरूरी है। बुआई के 25 दिन बाद पौधे में नए कल्ले तेजी से आने शुरू होते हैं। नए कल्ले बनाने के लिए पौधों को अधिक नमी और पोषण की जरुरत होती है। हां, दूसरी सिंचाई के बाद भी खेत से खर पतवार जरूर निकाल लें। अगर ऐसा नहीं किया तो सिंचाई के बाद खेत में खर पतवार भर जाएंगे। जिसका खामियाजा कम उपज के रूप में किसानों को खुद भुगतान पड़ेगा।

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