सरकारी विद्यालयों में संसाधन बढ़ाने की चल रही
कवायद के बाद भी यहां के बच्चे पिछले पांच साल से खुले आसमान
के नीचे बैठक को पढ़ने को विवश हैं। प्रखंड के दिघवा गांव स्थित
नवसृजित प्राथमिक विद्यालय ब्रम्ह टोला में आज तक न तो भवन
बनाया गया और ना ही बच्चों को एमडीएम ही मिलता है।
स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि पांच साल पूर्व दिघवा गांव के
ब्रम्ह टोला में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की
गयी। लेकिन उसके बाद इस विद्यालय में संसाधन उपलब्ध कराना
विभाग भूल गया। इस विद्यालय के लिए न तो भवन बनाया गया
और ना ही यहां के बच्चों को पिछले पांच साल से एमडीएम ही
मिलता है। ग्रामीण बताते हैं कि शिक्षक के प्रयास से शैक्षणिक
कार्य गुणवत्ता पूर्ण संचालित तो हो रहा है। लेकिन संसाधन के
अभाव में पठन पाठन पर व्यापक असर पड़ रहा है। वे बताते हैं कि इस
स्कूल में 184 बच्चे आज भी खुले आसमान के नीचे पढ़ते हैं। विद्यालय
भवन के निर्माण के लिए यहां जमीन भी है। लेकिन इसके बावजूद
आज तक भवन बनाने की दिशा में कोई पहल नहीं की गयी। वहीं इस
संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रविंद्र नाथ ने
बताया कि पूर्व की लापरवाही के कारण एमडीएम बाधित है। मैं
इस विद्यालय में एमडीएम चालू कराने के लिए प्रयासरत हूं। स्कूल
का खाता खोल दिया गया है। स्कूल प्रभारी को भी बदल दिया
गया है। व्यवस्था चुस्त दुरूस्त की जा रही है। भवन बनाने की दिशा
में प्रयास जारी है। लेकिन अभी पैसे का अभाव है।