अब जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आईवीपी का टीका लगाने की सुविधा रहेगी। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत सभी केंद्रों पर प्रतिदिन साढ़े तीन माह से एक साल के बच्चों को यह टीका लगाया जाएगा। यह टीका बच्चों को पोलियो से डबल सुरक्षा देता है। गुरुवार को इस टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करने के बाद सिविल सर्जन डा. मदेश्वर प्रसाद शर्मा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि इनैक्टिवैटिड पोलियो वायरस वैक्सिन (आईपीवी) पोलियो से डबल सुरक्षा देता है। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंर्तगत इनैक्टिवैटिड पोलियो वायरस वैक्सिन टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है। उन्होंने बताया कि आईपीवी का एक इंजेक्शन ओरल पोलियो वैक्सिन (ओपीवी) की तीसरी खुराक के साथ बच्चों को दिया जाएगा। आईपीवी का टीका सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ केंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ केंद्र के साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी उपलब्ध रहेगा। इस टीकाकरण के लिए एएनएम की तैनात कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि साढ़े तीन माह से एक साल के बच्चों को ओपीवी की तीसरी खुराक के साथ आईपीवी का टीका लगाया जाएगा। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। सीएस ने बताया कि पहले सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर आईपीवी उपलब्ध नहीं था। लेकिन अब सरकार ने इसे सभी सरकारी स्वास्थ केंद्रों पर उपलब्ध करा दिया है। सीएस ने बताया कि हमारे देश ने पोलियो से मुक्ति पा लिया है। लेकिन पोलियो का खतरा अभी टला नहीं है। पोलियो अभी भी पड़ोस के देशों में मौजूद है। पोलियो वायरस एक देश से दूसरे देश में यात्रियों के माध्यम से फैल सकता है। जिसे देखते हुए सरकार ने पोलियो से डबल सुरक्षा देने वाले आईपीवी वैक्सीन को सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराया है। प्रेस वार्ता में डीपीआरओ आलोक कुमार, केयर इंडिया की सदस्य रूबी कुमारी, स्मृति कुमारी, डीओ डा. शक्ति कुमार, डा. सज्जाद, डीपीएम अरविंद कुमार झा आदि भी मौजूद रहे।