हत्यारों की शिकार बनी युवती कौन थी और कहां की रहने वाली थी, यह अभी रहस्य ही बना हुआ है। इस युवती की गला रेल कर हत्या करने के बाद अपराधियों ने शव को मांझा थाना क्षेत्र के सिकमी गांव के समीप गन्ने के खेत में बोरे में भर कर फेंक दिया था। लेकिन शव मिलने के साथ दिन बाद भी पुलिस अभी तक युवती की शिनाख्त नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस इस हत्याकांड पर से जल्द पर्दा उठा लेने का दावा तो कर रही है। लेकिन युवती का शिनाख्त नहीं होने के कारण पुलिस अभी इस मामले में अंधेरे में ही हाथ भांज रही है।
बीते 22 जनवरी को मांझा थाना क्षेत्र के सिकमी गांव में तब सनसनी फैल गयी थी जब ग्रामीणों ने गन्ने के खेत में बोरे में भर कर एक युवती का शव पड़ा हुआ देखा था। ग्रामीणों से सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से एक कंबल तथा कुछ अन्य सामान बरामद किया था। शव देखने के बाद यह पाया गया कि युवती की गला रेत कर हत्या की गयी थी। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने हत्यारे की शिकार बनी युवती की शिनाख्त कराने के लिए शव को 72 घंटे तक अपने पास रखा। लेकिन उसके बाद उसकी शिनाख्त नहीं होने पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिससे इस हत्या कांड को लेकर रहस्य बना हुआ है। हालांकि थाना प्रभारी रामसेवक रावत ने इस हत्या कांड पर से जल्द ही पर्दा उठाने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि युवती की पहचान जल्द कर लिया जाएगा। इसके लिए पुलिस पूरा प्रयास कर रही है।