महादलित, अल्पसंख्यक व अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत रविवार को सभी संकुल केन्द्रों पर नव साक्षरों की प्रमाणीकरण महापरीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा में 4020 नव साक्षर शामिल हुए।
रविवार को पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम के तहत सभी प्रखंड के संकुल केन्द्रों पर इस परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा को लेकर पूरे जिले में 4100 नव साक्षरों का पंजीयन कराया गया था। इनमें महादलित वर्ग के 680 तथा अल्पसंख्यक वर्ग के 3340 नव साक्षर शामिल हुए। परीक्षा को लेकर जिला मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया था। साथ ही दोनों अनुमंडलों में निगरानी के लिए अधिकारियों को तैनात किया गया था। जांच टीम में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता राकेश कांत राकेश के अलावा जिला कार्यक्रम समन्वयक सुमन कुमार, मुख्य समन्वयक ब्रह्मादेव यादव तथा एसआरजी सुनील कुमार द्विवेदी शामिल थे। इस परीक्षा की देखरेख के लिए जन शिक्षा के सहायक निदेशक ओमप्रकाश शुक्ला की तैनाती की गयी थी। उधर सिधवलिया प्रखंड के सात तालिमी मरकज केन्द्रों पर अत्यंत पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक के दर्जनों नव साक्षर महिलाओं ने महा परीक्षा में भाग लिया। परीक्षा प्रखंड के कुशहर, विशुनपुरा आदि विद्यालयों में आयोजित हुई। जिसका निरीक्षण रामदयाल शर्मा, केआरपी माला श्रीवास्तव, प्रखंड समन्वयक बसंत सिंह सहित प्रधानाध्यापक सुनिल यादव, सगुप्ता परवीन, राजकिशोर प्रसाद, अरूण पाण्डेय, रिजवान अली, साबिर अली, जुल्फेकार अली आदि ने किया। मांझा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुरैना, मध्य विद्यालय पथरा एवं पिपरा में अक्षर आंचल योजना के तहत तालिमी मरकज के नव साक्षरों की महा परीक्षा आयोजित हुई। जिसमें मरकज के अंतर्गत पंद्रह से पैतीस वर्ग के आयु के महिलाओं ने भाग लिया। परीक्षा में कुल 20 मरकज तालिमी के नव साक्षर शामिल हुए। इस अवसर पर कुमार अखिल, समन्वयक गणेश प्रसाद मौजूद थे। थावे में
मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के तहत महादलित, अल्पसंख्यक एवं अति पिछड़ा वर्ग का प्रमाणीकरण परीक्षा रविवार को संपन्न हुई। इस परीक्षा के लिए उत्क्रमित मध्य विद्यालय पाखोपाली, प्राथमिक मकतब इंद्रवा साकिर, प्राथमिक मकतब जगमलवां, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सहबजवां और मध्य विद्यालय धतिवना सहित नौ केंद्र बनाये गये थे। केआरपी शैल कुमारी ने बताया कि इस परीक्षा में 180 नव साक्षर महिलाओं ने हिस्सा लिया। परीक्षा के दौरान प्रखंड समन्वयक सतेंद्र राम सहित कई लोगों को तैनात किया गया था।