धाक जमाने के लिए परवेज ने अपराध की दुनिया में कदम
रखा था. हथुआ दक्षिण मुहल्ले के परवेज उस्मानी को बरौली
पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
हथुआ पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की. पूछताछ के दौरान
उसने थावे, बड़हरिया, सीवान में तीन बड़ी लूट की घटनाओं को
अंजाम देने की बात स्वीकार की है. उसने डॉ राजेंद्र प्रसाद उच्च
विद्यालय, हथुआ के डेहमास्टर फसीउल्लाह अंसारी से 50 हजार
रुपये रंगदारी मांगी थी. वहीं, उसके द्वारा हथुआ थाना क्षेत्र की
लगभग चार चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था.
उसके साथी सबेया गांव निवासी सद्दाम नट, काजीपुर निवासी
प्रिंस कुमार, रसूलपुर गांव निवासी बिटु अंसारी को हथुआ
जलेबिया मोड़ पर एक मोबाइल दुकान में चोरी के दौरान
गिरफ्तार किया गया था.
गिरफ्तार किये गये इन तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने तीन
बाइकें जब्त की थीं तथा परवेज का नाम का खुलासा हुआ था. तब
से पुलिस इसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. पुलिस
रिमांड पर लाये गये परवेज ने बताया कि बरी इशर गांव के दिनेश
चौधरी,
सीवान जिले के हुसैनगंज थाने के करीमन, गोपालगंज एकडेरवा के
विकास सिंह, जैनन गांव के नागेंद्र चौधरी विभिन्न लूट व चोरी
की घटनाओं को अंजाम देते थे, जो अभी पुलिस की गिरफ्त से
बाहर हैं. पुलिस ने उनके बताये गये साथियों की गिरफ्तारी के
लिए छापेमारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली. परवेज ने पुलिस
को और भी कई राज का खुलासा किया है.
थानाध्यक्ष प्रियव्रत ने बताया कि उसने हथुआ में ज्यादातर
चोरी व लूट की घटनाओं में संलिप्ता स्वीकारी है. पुलिस रिमांड
पर लाया गया परवेज ने शोहरत के लिए अपराध की दुनिया में कदम
रखा था. उसने गोपेश्वर कॉलेज से 2013 में इतिहास विषय से बीए
पास किया था. इसके बाद उसने छोटी-मोटी चोरी की घटनाओं
में कदम रखा.
हथुआ स्थित उसका किराने की दुकान से दिनेश चौधरी व नागेंद्र
चौधरी से परिचय हुआ. इसके बाद एक लूट की घटनाओं का अंजाम
दिया गया. उसके बाद हथुआ में बाइक चोरी की घटना सहित
सीवान व बरौली में लूट की घटनाओं को अंजाम दिया गया था.
उसकी गिरफ्तारी के बाद जिले के पुलिस ने राहत की सास ली है.